उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख और अभिनेता राज बब्बर ने अब भगवान हनुमान को लेकर बयान दिया है। भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए राज बब्बर ने कहा, 'बीजेपी वालों को ये समझ लेना चाहिए कि देखो ज्यादा मत छेड़ो हनुमान जी को, उनकी पूंछ के वार से तीन प्रदेश तो चले गए हैं, अब तुम्हारी लंका में आग लगने वाली है'
गौरतलब है कि राज बब्बर यहां हाल ही में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत की बात कर रहे थे। राज बब्बर ने कहा, अगर भगवान हनुमान की जाति को लेकर ज्यादा विवाद किया गया तो ऐसा ना हो की बीजेपी की लंका में आग लग जाए।
किन-किन नेताओं ने की हनुमान की जाति पर टिप्पणी
- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद रमाशंकर विद्यार्थी ने बजरंग बली की जाति को लेकर जारी बहस में शामिल होते हुए भगवान हनुमान को कथित रूप से "गोंड" बताया है। इनके अलावा, कुछ अन्य राजनेताओं ने भी हनुमान की जाति पर टिप्पणी की है।
- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक बुक्कल नवाब ने कहा था कि हनुमान जी मुसलमान थे। उन्होंने कहा, "हमारा मानना है, हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए मुसलमानों में जो नाम रखे जाते हैं - रहमान, रमजान, फरमान, जीशान, कुर्बान - जितने भी नाम रखे जाते है, वे करीब-करीब उन्हीं पर रखे जाते हैं।
- यूपी की बीजेपी सरकार में मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण ने कहा कि हनुमान जी को जाट होना चाहिए।
संत समुदाय में आक्रोश
बजरंग बली की जाति-धर्म को लेकर दिनों-दिन बढ़ती सियासी बहस पर कुपित संत समुदाय का कहना है कि भगवान शंकर के अवतार माने जाने वाले गदाधारी हिंदू देवता के बारे में अनर्गल टिप्पणियां बंद होनी चाहिये।
साधु-संतों के 13 अखाड़ों की शीर्ष संस्था अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने सोमवार को "पीटीआई-भाषा" से फोन पर कहा, "जो अज्ञानी राजनेता बजरंग बली की जाति-धर्म को लेकर अनुचित बयानबाजी कर रहे हैं, वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। उन्हें अपने दिमाग का इलाज कराना चाहिये।"
उन्होंने कहा, "हनुमान भगवान शंकर के रुद्रावतार हैं। भगवान को जातियों में नहीं बांटा जा सकता। उचित होगा कि अब इस सिलसिले में सियासी बयानबाजी बंद कर दी जाये।"
इस बीच, भगवान हनुमान को कथित रूप से "दलित" बताकर विवादास्पद बयानबाजी की शुरूआत करने वाले उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कम्प्यूटर बाबा ने चेतावनी दी कि अगर उन्होंने बजरंग बली को लेकर अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी पर माफी नहीं मांगी, तो संत समुदाय उनके खिलाफ मोर्चा खोल देगा।
कम्प्यूटर बाबा ने कहा, "भगवान हनुमान पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर योगी आदित्यनाथ ने हद पार कर दी है। उन्हें बजरंग बली के साथ सनातन हिंदू धर्म के मतावलंबियों से भी माफी मांगनी चाहिये। वरना हम उनके विरुद्ध अदालत की शरण में जायेंगे। संत समुदाय उनके खिलाफ आंदोलन और अनशन करेगा, सो अलग।"
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)