जम्मू-कश्मीर में तबाही मचा रही बारिश, बाधित हुई अमरनाथ यात्रा
By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 1, 2022 03:01 PM2022-08-01T15:01:11+5:302022-08-01T15:02:11+5:30
जम्मू: प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में देर रात से जारी बारिश के बाद नदी व नाले एक बार फिर उफान पर हैं। चिनाब, झेलम, उज्ज आदि दरियों का जलस्तर बढ़ गया है। कई इलाकों में जलभराव भी हुआ है। वहीं मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में और अधिक बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया है।
इस बीच पुंछ जिले के सुरनकोट में रविवार शाम को इकबाल नगर और पोठा बाई पास में तेज वर्षा के बाद सड़कें तालाब बन गई। लोगों में अफरातफरी मची रही। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान शुरू किया है। सड़कों पर खड़े वाहनों को नुकसान पहुंचा है। दुकानों व घरों में पानी घुस आया है।
यही नहीं खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा को सोमवार को रोक दिया गया है। प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को आगे नहीं जाने की सलाह दी है। इससे पहले जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से रविवार सुबह 715 श्रद्धालुओं का जत्था पहलगाम और बालटाल के लिए कड़ी सुरक्षा में 26 वाहनों में रवाना किया गया।
पहलगाम आधार शिविर के लिए 331 व बालटाल आधार शिविर के लिए 384 श्रद्धालुओं का जत्था रवाना हुआ। पहलगाम मार्ग के लिए रवाना हुए श्रद्धालुओं में 275 पुरुष, 18 महिलाएं, 36 साधु, दो साध्वी शामिल रहीं। वहीं, बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुए 384 श्रद्धालुओं में 274 पुरुष, 183 महिलाएं और सात बच्चे शामिल रहे। अमरनाथ यात्रा में अब तक करीब पौने तीन लाख श्रद्धालु पवित्र हिमलिंग के दर्शन कर चुके हैं।
अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त तक चलेगी। जबकि बारिश ने अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान को सामान्य से नीचे ला दिया है। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में पिछली रात तापमान जहां 11.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, वहां बारिश के बाद अब तापमान नीचे आकर 8.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। कश्मीर में बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव भी हुआ है।
श्रीनगर के निचले इलाकों और अन्य जगहों पर सड़कों पर पानी जमा हो गया है। आने जाने वाले राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है। स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि झेलम में भी जल स्तर में मामूली वृद्धि हुई है। झेलम संगम के पास 9.16 फीट पर बह रहा है जो बाढ़ चेतावनी के निशान का आधा है।
भले यह खतरे के निशान से काफी नीचे है परंतु घबराने वाली बात यह है कि पिछले 24 घंटों में इसके जलस्तर में लगभग 3 फीट की वृद्धि दर्ज की गई। अगर बारिश का सिलसिला जारी रहता है, तो इसका जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंच जाएगा। इसी तरह राम मुंशीबाग में झेलम का जलस्तर 11.69 फीट दर्ज किया गया।