बारिश का कोहरामः बिहार में आंधी, बिजली गिरने से 33 की मौत, असम में 7 लाख प्रभावित, पीएम मोदी ने मौतों पर जताया दुख
By अनिल शर्मा | Published: May 21, 2022 01:45 PM2022-05-21T13:45:01+5:302022-05-21T14:06:50+5:30
असम राज्य आपदा प्रबंधन के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया, बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। और राज्य के 29 जिलों में लगभग 7.12 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
बिहार/असमः पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश और भूस्खलन ने असम के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ताजा घटनाक्रम में चार जिलों- नगांव, होजई, कछार और दरांग में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। असम राज्य आपदा प्रबंधन के हवाले से समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया, बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। और राज्य के 29 जिलों में लगभग 7.12 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं बिहार और कर्नाटक में भी भारी बारिश के कारण कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बने।
खबर के मुताबिक बिहार में आंधी, बिजली गिरने के कारण 33 लोगों की मौत हो गई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के 16 जिलों में आंधी व आकाशीय बिजली गिरने की हालिया घटनाओं में 33 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपए देने का एलान करते हुए फसल क्षति का आकलन कर प्रभावित परिवारों को सहायता राशि देने का भी निर्देश दिया है। वहीं पीएम मोदी ने भी बिहार में हुई मौतों पर दुख जताया है।
पीएम मोदी ने कहा- यह बहुत दुखद है कि बिहार के कई जिलों में आंधी और बिजली गिरने की घटनाओं में कई लोगों की मौत हो गई। ईश्वर शोक संतप्त परिवारों को इस अपार क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करे। स्थानीय प्रशासन राज्य सरकार की देखरेख में राहत और बचाव कार्य में सक्रिय रूप से लगा हुआ है।
आंकड़ों के मुताबिक, असम में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, नागांव जिले में 3.36 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, इसके बाद कछार जिले में 1.66 लाख, होजई में 1.11 लाख और दरांग जिले में 52,709 लोग प्रभावित हुए हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि कछार, लखीमपुर और नगांव जिलों में बाढ़ के पानी में डूबने से शुक्रवार को दो बच्चों सहित चार लोगों की मौत हो गई। पिछले कुछ दिनों में मूसलाधार बारिश और भूस्खलन ने असम के दीमा हसाओ जिले के खूबसूरत शहर हाफलोंग को तबाह कर दिया है। सड़कों पर पानी भरने से यातायात ठप हो गया है। कई घरों में बाढ़ का पानी भी घुस गया है, जिससे लोगों का जीना दूभर हो गया है।