भारत ने एक और चीनी कंपनी को दिया झटका, भारतीय रेलवे ने थर्मल कैमरों के लिए टेंडर किया रद्द
By सुमित राय | Published: July 1, 2020 10:35 PM2020-07-01T22:35:42+5:302020-07-01T22:35:42+5:30
भारत ने चीन को एक और आर्थिक झटका देते हुए रेलवे के चीनी कंपनी से थर्मल कैमरा खरीदने का टेंडर रद्द कर दिया है।
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद के बीच भारत ने चीन को एक और बड़ा आर्थिक झटका दिया है। भारतीय रेलवे ने चीनी कंपनी से थर्मल कैमरा खरीदने के लिए टेंडर रद्द कर दिया है। भारत ने इससे पहले टिकटॉक और यूसी ब्राउजर समेत 59 चाइनीज ऐप को बैन कर दिया था।
भारतीय रेलवे ने विभिन्न विक्रेताओं से मिली प्रतिक्रिया के बाद यह कदम उठाया गया है। उनका कहना था कि उपकरण की खरीद को लेकर जो चीजें मांगी गई हैं, उससे चीनी कंपनियों को लाभ होगा।
रेलवे ने 800 एआई आधारित कैमरे का टेंडर जारी किया था
रेलवे का उपक्रम रेल टेल ने पिछले महीने 800 कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित निगरानी कैमरे के लिए निविदा जारी की थी। ऐसे कैमरे शरीर का तापमान मापने के साथ यह भी पता लगा सकते हैं कि व्यक्ति ने मास्क पहना है या नहीं।
भारतीय रेलवे ने इन कारणों से रद्द किया टेंडर
रेलटेल के प्रवक्ता ने पुष्टि करते हुए बताया कि कंपनी ने पैनल में शामिल कारोबारी इकाइयों के लिए रूचि पत्र आमंत्रित किए थे। सूत्रों के अनुसार हालांकि कई भारतीय आपूर्तिकर्ताओं के पत्र के बाद टेंडर को रद्द कर दिया गया। पत्रों में आशंका जतायी गई थी कि उपकरण की खरीद को लेकर जो चीजें मांगी गई हैं, उससे चीन की कंपनी हिकविजन को लाभ मिल सकता है।
बुखार की जांच करने वाले कैमरे का टेंडर
इन कैमरों के लिए शुरुआती टेंडर 9 जून को जारी की गई थी। बाद में संशोधित निविदा जारी की गई। जहां पहली निविदा में ऐसे कैमरे की मांग की गई है जो व्यक्ति के तापमान की सटीक माप कर सके और यह बता सके कि व्यक्ति को बुखार है या नहीं। वहीं संशोधित निविदा में 'डीप इन माइंड' प्रौद्योगिकी को शामिल किया गया। हिकविजन डीप लर्निंग प्रौद्योगिकी के आधार पर लोगों का विश्लेषण करने और उनका वर्गीकरण करने में सक्षम है।
(भाषा से इनपुट)