कोरोना का खतरा: दिल्ली में रेलवे का आइसोलेशन कोच तैनात, कोविड-19 संक्रमितों का होगा इलाज
By निखिल वर्मा | Published: June 1, 2020 04:55 PM2020-06-01T16:55:35+5:302020-06-01T17:00:06+5:30
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली बॉर्डर एक सप्ताह सील करने का आदेश दिया है.
कोरोना वायरस के संक्रमितों के लिए इलाज के लिए दिल्ली में रेलवे का पहला आइसोलेशन कोच तैनात किया गया है। महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली देश का तीसरा सबसे प्रभावित राज्य है। रेलवे पृथक केन्द्र की सुविधा दिल्ली सरकार के अनुरोध पर तैनात की गई,जिसमें 10 वातानुकूलित डिब्बों के साथ 160 बेड और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए एक वातानुकूलित डिब्बा है।
दिल्ली में रविवार को कोरोना वायरस के एक दिन में सबसे ज्यादा 1,295 नए मामले सामने आए हैं। इसके बाद जानलेवा विषाणु का शिकार लोगों की संख्या बढ़कर 19,844 हो गई। वहीं, मृतकों की संख्या भी 473 पहुंच गई।
Railways' first isolation coach deployed for treatment of coronavirus patients in Delhi: Official
— Press Trust of India (@PTI_News) June 1, 2020
दिल्ली बॉर्डर एक हफ्ते के लिए सील
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की सीमाएं फिलहाल एक सप्ताह तक बंद रहेंगी और साथ ही उन्होंने इनको खोलने के लिए सुझाव भी मांगे। केजरीवाल ने ऑनलाइन एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आवश्यक सेवाओं में काम कर रहे लोग जिनके पास पास होगा, उन्हें आने-जाने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगी सीमाओं को खोलने के लिए 8800007722 व्हाट्सएप नंबर पर सुझाव भेज सकते हैं और 1031 पर फोन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग कहेंगे कि अगर दूसरे राज्यों के लोगों को शहर में प्रवेश करने की अनुमति दी जाती है, तो वे कोविड-19 संकट के मद्देनजर बड़ी संख्या में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाएंगे और इससे दिल्लीवासी उनका उपयोग नहीं कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार केन्द्र द्वारा दी गई सभी रियायतों देगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ हज्जाम की दुकानों, सैलून को खोलने की अनुमति है लेकिन स्पा फिलहाल बंद रहेंगे। सभी दुकानों को खुलने की अनुमति दी जाएगी और उनके कामकाज पर कोई पाबंदी नहीं होगी।’’ केजरीवाल ने कहा कि चार-पहिया और दो-पहिया वाहनों में सवार होने वाले लोगों की संख्या को लेकर भी अब कोई प्रतिबंध नहीं है।