रेलवे, विमानन मंत्रालय को 3 माह में 60000 करोड़ का घाटा, अन्य मंत्रालयों के आंकड़ें सामने आना बाकी
By हरीश गुप्ता | Published: October 3, 2020 08:21 AM2020-10-03T08:21:56+5:302020-10-03T08:35:41+5:30
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा को बताया कि उनके मंत्रालय को 27731.41 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है. यात्रियों के आवागमन के मामले में अगस्त, 2020 तक के आंकड़ों की तुलना पिछले वर्ष अगस्त, 2019 तक की स्थिति से करें, तो राजस्व घाटा 17574.60 करोड़ रुपए का है.
नई दिल्ली: जब बात आंकड़े साझा करने की हो, तो केंद्र सरकार बड़ी 'मितव्ययी' नजर आती है. चाहे बात कोविड-19 की हो, संक्रमण की जांच की हो, बेरोजगारी, सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि या फिर ऐसे ही कोई अन्य आंकड़ों की हो. हालांकि, बेहद कम समय तक चले संसद के मानसून सत्र के दौरान दो मंत्रालयों ने कोविड-19 महामारी के दौरान उन्हें हुए भारी नुकसान के आंकड़ों का खुलासा किया है. ये दो मंत्रालय हैं- रेलवे और नागर विमानन.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा को बताया कि उनके मंत्रालय को 27731.41 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है. यात्रियों के आवागमन के मामले में अगस्त, 2020 तक के आंकड़ों की तुलना पिछले वर्ष अगस्त, 2019 तक की स्थिति से करें, तो राजस्व घाटा 17574.60 करोड़ रुपए का है. इसके अलावा, रेलवे को 12अगस्त, 2020 तक 3371.50 करोड़ रुपए रिफंड देने पड़े हैं. हालांकि मालभाड़ा राजस्व घाटा 6785 करोड़ रुपए का रहा.
नागर विमानन में कुल 32252 करोड़ रुपए का घाटा
यह पिछले वर्ष के 46433.37 करोड़ रुपए से कम होकर 39648.02 करोड़ रुपए पर आ गया है. लेकिन, इस अवधि के दौरान यात्रियों से होने वाली आय में 12 फीसदी वृद्धि के अनुमान के मुकाबले 42 प्रतिशत की कमी आई है. हालांकि, अच्छी खबर यह है कि पिछले वर्ष सितंबर की तुलना में इस वर्ष सितंबर तक माल आवागमन में 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. उधर, संसद सत्र के दौरान राज्यसभा में नागरी विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने साफगोई के साथ खुलासा किया कि निजी एयरलाइंस, कार्गो, एयरपोर्ट संचालकों और अन्य को कुल 32252 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है.
एयर इंडिया ने भी लॉकडाउन के दौरान 5535 करोड़ रुपए का नुकसान वहन किया. निजी विमानन क्षेत्र में 18000 से अधिक लोगों को अपनी नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा. सरकार की ओर से जहाजरानी, सड़क परिवहन, उद्योग, तेल, दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों के आंकड़े अब तक जारी नहीं किए गए हैं.
दोनों मंत्रालयों को घाटे के आंकड़े रेलवे को अगस्त, 2020 के अंत तक घाटा (करोड़ रुपए में)
यात्रीभाड़ा : 17574.60
मालभाड़े से राजस्व : 6785.31
रिफंड : 3371.50
कुल घाटा : 27731.41
विमानन क्षेत्र का घाटा (अप्रैल-जून, 2020) (करोड़ रुपए में)
निजी एयरलाइंस : 21866
एयरपोर्ट संचालक : 4851
एयर इंडिया : 5535
कुल घाटा : 32252
नौकरियां गईं (मार्च-जुलाई, 2020)
एयरलाइंस : 5298
एयरपोर्ट : 3246
ग्राउंड हैंडलिंग : 8466
कार्गो : 1017
कुल नौकरियां गईं : 18027