रेलवे की जैव-शौचालय पहल का अध्ययन अब प्रबंधन संस्थान में होगा
By भाषा | Updated: November 22, 2020 19:28 IST2020-11-22T19:28:43+5:302020-11-22T19:28:43+5:30

रेलवे की जैव-शौचालय पहल का अध्ययन अब प्रबंधन संस्थान में होगा
(अनन्या सेनगुप्ता)
नयी दिल्ली, 22 नवंबर रेलवे द्वारा अपने डिब्बों में जैव-शौचालय के उपयोग वाली पहल का अध्ययन अब एक प्रबंधन संस्थान की कक्षाओं में होगा, क्योंकि रेलवे ने इसके विकास और स्थापना पर एक केस स्टडी को अध्ययन सामग्री के रूप में उपयोग करने की मंजूरी दे दी है।
‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा प्राप्त किए गए दस्तावेज के अनुसार, रेलवे ने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) को जैव-शौचालय पर उनके द्वारा किए गए अध्ययन का उपयोग पाठ्यक्रम के रूप में करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
रेलवे से मिले मंजूरी पत्र में कहा गया, ‘‘संबंधित केस और अन्य संबद्ध सामग्री की हमारी समीक्षा के आधार पर, हम इस बात की पुष्टि करते हैं कि इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस को केस स्टडी का उपयोग करने और अन्य शैक्षणिक संस्थानों या संगठनों को केस स्टडी का उपयोग करने के लिए अधिकृत करने का अधिकार है। हम केस के अंदर प्रदर्शित की गईं अपनी तस्वीरों और लोगो के उपयोग की मंजूरी देते हैं।’’
इस प्रक्रिया में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की कि डीआरडीओ के साथ विकसित की गई तकनीक जैव-शौचालयों का उपयोग और निजी संस्थाओं के साथ सहयोग से उन्हें रेल के डिब्बों में स्थापित करना एक उपलब्धि थी, जो अब प्रबंधन स्कूलों की अध्ययन सामग्री का हिस्सा होगा, जिससे छात्रों को विभिन्न विभागों के बीच समन्वय और सतत विकास के बारे में जानकारियां मिलेंगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जैव-शौचालय परियोजना की दो प्रमुख बातें हैं। एक यह है कि यह पर्यावरण के अनुकूल है और इन्हें लगाने से स्टेशन और रेल को स्वच्छ रखने में मदद मिली है। दूसरा यह है कि जैव-शौचालय के उपयोग के कारण पटरियों में जंग लगना कम हो गया है, जिससे उन्हें संरक्षित करने में मदद मिली है। हमने आईएसबी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं और इसके आधार पर वे इस केस स्टडी को अन्य प्रबंधन स्कूलों में भी ले जा सकते हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि जैव-शौचालय मॉडल प्रबंधन स्कूलों के लिए एकदम सही है क्योंकि इसमें सतत प्रौद्योगिकी के विकास पर प्रकाश डाला गया है और इसमें यह भी बताया गया है कि कैसे रेलवे इस अवधारणा के साथ आगे बढ़ने में कामयाब रहा है।
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