ओवैसी ने पूछा- राजस्थान में जुनैद, नासिर कैसे मारे गए? राहुल के बयान पर AIMIM प्रमुख का पलटवार
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 31, 2023 03:47 PM2023-05-31T15:47:52+5:302023-05-31T15:49:18+5:30
अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने सैन फ्रांसिस्को में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि आज भारत में मुस्लिमों के साथ जो हो रहा है वहीं, 1980 के दशक में दलितों के साथ हुआ था। राहुल के बयान से नाराजगी जताते हुए ओवैसी ने पूछा कि राजस्थान में जुनैद नासिर कैसे मारे गए?
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अमेरिका यात्रा पर हैं। अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने सैन फ्रांसिस्को में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि जिस तरह मुसलमानों पर हमला हो रहा है और वह जो महसूस कर रहे हैं। मैं गारंटी दे सकता हूं कि सिख, ईसाई, दलित, आदिवासी भी ऐसा ही महसूस कर रहे हैं। राहुल ने कहा कि आज भारत में मुस्लिमों के साथ जो हो रहा है वहीं, 1980 के दशक में दलितों के साथ हुआ था।
राहुल के बयान पर बीजेपी तो भड़की ही है। अब एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी राहुल गांधी के मुस्लिमों की सुरक्षा को लेकर दिए गए बयान पर नाराजगी जाहिर की है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शाषित राज्यों में भी मुसलमानों के साथ वैसा ही बर्ताव होता है जैसा कि बीजेपी शाषित राज्यों में।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "राहुल गांधी का जवाब गैर वाजिब है। आपसे मुसलमान के बारे में पूछा गया और आप दलित की बात करते हैं। उनकी सरकार के दौरान ही मुसलमानों के खिलाफ कई घटनाएं हुई हैं। सिक्खों के खून से होली खेली गई, राजस्थान में जुनैद नासिर कैसे मारे गए, छत्तीसगढ़ में उनकी सरकार है और धर्म संसद होता है।"
बता दें कि राहुल गांधी ने ये भी कहा कि भारत में फैलती नफरत के पीछे कुछ सीमित लोग हैं। ये लोग कुछ लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। यही लोग मीडिया को भी कंट्रोल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा नहीं है, पर जितने हैं सब पैसों का उपयोग कर रहे हैं।
वहीं एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राजधानी दिल्ली में जारी पहलवानों के विरोध प्रदर्शन पर भी बात की। उन्होंने कहा, "दिल्ली पुलिस ने कह दिया कि उनके पास सबूत नहीं हैं। जब सीएए का विरोध हो रहा था, जब शाहीन बाग हो रहा था तब सब लोग बैठकर तमाशा देख रहे थे। जब किसानों का आंदोलन हो रहा था तब सब लोग बैठकर तमाशा देख रहे थे। अब देखिए क्या हो रहा है। सरकार की महिला मंत्री खामोश बैठी हैं। पहलवानों के मामले पर अब दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार को ही बताना होगा।"