चुनाव प्रचार में मोदी सरकार के मंत्रियों और ख़ुद पीएम मोदी द्वारा बालाकोट एयरस्ट्राइक का मुद्दा उठाया जा रह है और राष्ट्रवाद की एक लहर बनायी जा रही है. विपक्ष इस मुद्दे पर पीएम मोदी को लगातार घेर रही है. लोकमत समाचार से ख़ास बातचीत में राहुल गांधी ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी पुलवामा शहीदों के नाम पर वोट मांग कर गलत कर रहें हैं.
प्रधानमंत्री मोदी बालाकोट, पुलवामा के शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे हैं, आप एक प्रधानमंत्री से ऐसे बयान को कैसे देखते हैं?
मुझे लगता है कि यह सबसे घटिया स्तर का काम है जो कोई प्रधानमंत्री कर सकते हैं. यह दिखाता है कि संवेदनशीलता ऐसे व्यक्तियों में शून्य हो चुकी है. हमारी सेना राजनीति से ऊपर और परे है. उन्हें सम्मान देने की आवश्यकता है ना कि राजनीतिक भाषणों में घसीटने की.
दरअसल जो लोग ऐसा कर रहे हैं, उनका मकसद किसी व्यक्ति या दल के लिए वोट बंटोरना और सत्ता पर काबिज होना उद्देश्य है. आपने स्वयं देखा कि पुलवामा और बालाकोट की घटना के बाद समूचा विपक्ष एकजुट था और सरकार के साथ खड़ा था. आखिर क्यों? केवल इस कारण कि कुछ बातें राजनीति से ऊपर होती हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी ने क्या किया. उन्होंने इस हमले को राजनीतिक रंग दिया और विपक्ष पर हमला करने के लिए हथियार बनाया.
हमारे जवान जो हमारे भाई हैं, पुलवामा में शहीद हुए, दूसरी ओर हमारे अपने जवानों ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की क्या इसलिए ताकि उसका श्रेय ये लोग लें. मोदी यह गलत कर रहे हैं कि वो सेना के श्रेय को छीन कर अपने लिए वोट बटोरने का साधन बना रहे हैं.