राहुल गांधी ने बताया NDA का मतलब, कहा- केंद्र सरकार चाहती है कि इन बातों पर किया जाए विश्वास
By मनाली रस्तोगी | Published: July 23, 2022 12:13 PM2022-07-23T12:13:50+5:302022-07-23T12:16:24+5:30
कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए नजर आ रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने शनिवार को भी केंद्र की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए एनडीए का मतलब समझाया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "'कोई डेटा उपलब्ध नहीं' (एनडीए) सरकार चाहती है कि आप विश्वास करें कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं, विरोध करने पर कोई किसान नहीं मरा, चलते-चलते कोई प्रवासी नहीं मरा, किसी की मॉब लिंचिंग नहीं हुई और किसी पत्रकार को गिरफ्तार नहीं किया गया है।"
‘No Data Available’ (NDA) govt wants you to believe:
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 23, 2022
• No one died of oxygen shortage
• No farmer died protesting
• No migrant died walking
• No one was mob lynched
• No journalist has been arrested
No Data. No Answers. No Accountabilty. pic.twitter.com/mtbNkkBoXe
अपने ट्वीट में उन्होंने ये भी लिखा कि कोई डेटा नहीं। कोई जवाब नहीं। कोई जवाबदेही नहीं। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने शुक्रवार को रेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को छूट नहीं दिए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि सरकार के पास 8400 करोड़ रुपये का हवाई जहाज खरीदने के लिए पैसे हैं, लेकिन रेल किराये में बुजुर्गों को रियायत देने के लिए 1500 करोड़ रुपये नहीं हैं।
विज्ञापनों का ख़र्च: ₹911 Cr
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 22, 2022
नया हवाई जहाज़: ₹8,400 Cr
पूंजीपति मित्रों के टैक्स में छूट: ₹1,45,000 Cr/साल
लेकिन सरकार के पास बुज़ुर्गों को रेल टिकट में छूट देने के लिए ₹1500 करोड़ नहीं हैं।
मित्रों के लिए तारे तक तोड़ कर लाएंगे, मगर जनता को कौड़ी-कौड़ी के लिए तरसाएंगे।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "विज्ञापनों का खर्च: 911 करोड़ रुपये, नया हवाई जहाज: 8,400 करोड़ रुपये, पूंजीपति मित्रों के टैक्स में छूट: 1,45,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष, लेकिन सरकार के पास बुज़ुर्गों को रेल टिकट में छूट देने के लिए 1500 करोड़ रुपये नहीं हैं।" उन्होंने आरोप लगाया, "मित्रों के लिए तारे तक तोड़ कर लाएंगे, मगर जनता को कौड़ी-कौड़ी के लिए तरसाएंगे।"
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा था कि कोविड महामारी का रेलवे की आर्थिक स्थिति पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा है और ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों समेत कई श्रेणियों के किराये में छूट का दायरा बढ़ाना वांछनीय नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इन चुनौतियों के बावजूद भारतीय रेल ने दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, रोगियों एवं छात्रों की 11 श्रेणियों में किराये में छूट देना जारी रखा है।