'कोरोना टेस्ट के लिए खरीद में विलंब से हुई जांच किट की कमी'-राहुल गांधी का PM मोदी पर निशाना, प्रियंका ने योगी सरकार पर उठाए ये सवाल
By स्वाति सिंह | Published: April 14, 2020 04:25 PM2020-04-14T16:25:54+5:302020-04-14T16:25:54+5:30
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित होकर जान गंवाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को 339 हो गई जबकि इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 10,363 है। वहीं,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा की
नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए जरूरी किट खरीदने में विलंब किया गया जिस कारण आज देश में किट की कमी है और जांच की स्थिति के मामले में दूसरे देशों के मुकाबले भारत बहुत पीछे रह गया है।
उन्होंने ट्वीट किया, ''भारत ने जांच किट खरीदने में देरी की और अब इनकी भारी किल्लत है।'' गांधी ने कहा, '' भारत में 10 लाख की आबादी पर 149 लोगों की जांच हुई है। इससे हम लाओस (157), नाइजर (182) और होंडुरास (162) जैसे देशों के समूह में शामिल हैं।''
उन्होंने कहा, '' बड़े पैमाने पर जांच इस वायरस के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण है। फिलहाल इस मामले में हम कहीं नजर नहीं आ रहे।'' उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में कोरोना जांच तेज नहीं होने का आरोप लगाते हुए राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, '' मैंने उप्र के मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर जांच की संख्या बढ़ाने का आग्रह किया था। राज्य में होने वाली मौतों में 5 की कोरोना जांच रिपोर्ट मौत के बाद आई।'' प्रियंका ने दावा किया, ''जांच की व्यवस्था अभी भी बहुत लचर है। जांच की व्यवस्था को तेज व व्यवस्थित करिए। ज्यादा से ज्यादा जांचें ही हमें सही तस्वीर दे सकती हैं।''
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की मंगलवार को घोषणा की, साथ ही प्रस्ताव किया कि जो क्षेत्र हॉटस्पाट में नहीं होंगे और जिनके हॉटस्पाट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां 20 अप्रैल से कुछ छूट दी जा सकती है । प्रधानमंत्री ने करीब 25 मिनट के राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि दूसरे चरण में लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जायेगा । और बुधवार को इस संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह नये क्षेत्रों में न फैले ।