रोजगार पर कमलनाथ के बयान को अखिलेश ने बताया गलत, राहुल ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
By भाषा | Published: December 18, 2018 08:14 PM2018-12-18T20:14:15+5:302018-12-18T20:14:15+5:30
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सोमवार को कहा था कि मध्यप्रदेश में ऐसे उद्योगों को छूट दी जायेगी जिनमें 70 प्रतिशत नौकरी मध्य प्रदेश के लोगों को दी जायेगी ।
बिहार और उत्तरप्रदेश के लोगों के कारण मध्य प्रदेश में स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिलने संबंधी मुख्यमंत्री कमलनाथ के कथित बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि वह इससे अवगत नहीं है और इस बारे में चर्चा करने के बाद जवाब देंगे।
गांधी ने इस बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इससे अवगत नहीं हूं। इस पर चर्चा करूंगा और फिर आपको जवाब दूंगा।’’
खबरों के अनुसार, कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सोमवार को कहा था कि मध्यप्रदेश में ऐसे उद्योगों को छूट दी जायेगी जिनमें 70 प्रतिशत नौकरी मध्य प्रदेश के लोगों को दी जायेगी ।
उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के लोगों के कारण मध्य प्रदेश में स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिल पाती है ।
रोजगार पर कमलनाथ के बयान को अखिलेश ने बताया गलत
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान को आज गलत बताया कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को नौकरियां देने से उनके राज्य के युवाओं को रोजगार से वंचित रहना पडता है ।
अखिलेश ने यहां पार्टी मुख्यालय में एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘हम ऐसी बातें महाराष्ट्र से सुनते थे । यह कहा जाता रहा है कि उत्तर भारतीय वहां क्यों आते हैं । ऐसी ही बात दिल्ली से आयी और अब मध्य प्रदेश से भी ।’’
कमलनाथ ने कल कार्यभार संभालने के बाद कहा था कि उनकी सरकार ऐसे उद्योगों को रियायतें देगी, जो अपनी नौकरियों का 70 फीसदी मध्य प्रदेश के लोगों को देंगे । उन्होंने कहा था कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग मध्य प्रदेश में यहां की स्थानीय आबादी की कीमत पर रोजगार पाते हैं ।
अखिलेश से जब मध्य प्रदेश में किसानों की कर्ज माफी के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छा फैसला है । वहां की सरकार ने दो लाख रूपये तक का कर्ज माफ करने का फैसला किया है । हमारी पार्टी का मत है कि किसानों का पूरा कर्ज माफ किया जाना चाहिए ।’’
भाजपा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि वह पिछडों की जनगणना की बात करती है, सभी जातियों की नहीं । सबका साथ सबका विकास के लिए सभी जातियों की जनगणना होनी चाहिए।