राहुल गांधी ने स्वीकार किया सत्यपाल मलिक का न्योता, पूछा-कब आ सकता हूं कश्मीर?
By स्वाति सिंह | Published: August 14, 2019 11:44 AM2019-08-14T11:44:27+5:302019-08-14T11:58:53+5:30
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा की खबर होने संबंधी टिप्पणी के बारे में कहा था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को घाटी का दौरा कराने और जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वह विमान भेजेंगे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मालिक का न्यौता स्वीकार किया है। राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा 'मालिक जी, मैंने अपने ट्वीट पर आपके जवाब को दिल से देखा। मैं जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने और लोगों से मिलने के आपके निमंत्रण को स्वीकार करता हूं, जिसमें कोई भी शर्त नहीं जुड़ी है। मैं कब आ सकता हूं?'
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कश्मीर में हिंसा की खबर होने संबंधी टिप्पणी के बारे में कहा था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को घाटी का दौरा कराने और जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वह विमान भेजेंगे। राज्यपाल ने कहा था कि राहुल गांधी को अपनी पार्टी के एक नेता के व्यवहार के बारे में शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए जो संसद में 'मूर्ख' की तरह बात कर रहे थे।
मलिक ने आगे कहा था कि मैंने राहुल गांधी को यहां आने के लिए न्यौता दिया है । मैं आपके लिए विमान भेजूंगा ताकि आप स्थिति का जायजा लीजिए और तब बोलिए। आप एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और आपको ऐसे बात नहीं करनी चाहिए। राज्यपाल कश्मीर में हिंसा संबंधी कुछ नेताओं के बयान के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
Dear Maalik ji,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 14, 2019
I saw your feeble reply to my tweet.
I accept your invitation to visit Jammu & Kashmir and meet the people, with no conditions attached.
When can I come?
बता दें कि शनिवार रात राहुल गांधी ने कहा था कि जम्मू कश्मीर से हिंसा की कुछ खबरें आयी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पारदर्शी तरीके से इस मामले पर चिंता व्यक्त करनी चाहिए। राज्यपाल ने कहा था कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं है।Dear Governor Malik,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 13, 2019
A delegation of opposition leaders & I will take you up on your gracious invitation to visit J&K and Ladakh.
We won’t need an aircraft but please ensure us the freedom to travel & meet the people, mainstream leaders and our soldiers stationed over there. https://t.co/9VjQUmgu8u
उन्होंने कहा था कि अनुच्छेद 35 ए और अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान सबके लिए समाप्त किए गए हैं। न तो लेह, करगिल, जम्मू, रजौरी और पुंछ में और न ही यहां (कश्मीर) इसे समाप्त करने में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण है। इसका कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है।'