अमृतपाल सिंह भगोड़ा घोषित, पंजाब में हाई अलर्ट...इंटरनेट और SMS सेवा बंद, जानिए अब तक क्या-क्या हुआ?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 19, 2023 09:41 AM2023-03-19T09:41:02+5:302023-03-19T11:30:18+5:30
अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब में पुलिस का अभियान जारी है। जालंधर के पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल ने बताया है कि उसे भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। इस बीच पंजाब में सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए गए हैं।

अमृतपाल सिंह भगोड़ा घोषित (फाइल फोटो)
अमृतसर: पंजाब पुलिस ने कहा है कि कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश अभी भी जारी है। इस बीच जालंधर के पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल ने शनिवार रात पत्रकारों से कहा, 'वह अब भगोड़ा है और हम उसकी तलाश कर रहे हैं। उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे।' दूसरी ओर पंजाब में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर निलंबन की अवधि को सोमवार दोपहर तक बढ़ा दिया गया है।
अमृतपाल सिंह का करीबी गिरफ्तार
चहल ने कहा कि अमृतपाल सिंह के छह से सात बंदूकधारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। उसे शनिवार शाम जालंधर में मोटरसाइकिल पर भागते हुआ आखिरी बार देखा गया था। अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी दलजीत सिंह कलसी को भी हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है।
Daljeet Singh Kalsi alias Sarabjeet Singh Kalsi, an alleged advisor and financer of 'Waris Punjab De' chief Amritpal Singh, has been arrested: Central Agency sources
— ANI (@ANI) March 19, 2023
78 सदस्य गिरफ्तार, कई हिरासत में, पूछताछ जारी
अधिकारियों ने बताया कि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह तथा उसके समर्थकों के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्रवाई शुरू की थी और पुलिस ने सिंह के नेतृत्व वाले एक संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। जालंधर जिले में सिंह के काफिले को रोका गया, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। अधिकारियों ने कई स्थानों पर सुरक्षा कड़ी कर दी और इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद कर दीं।
पुलिस ने शनिवार को सिंह के नेतृत्व वाले ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) से जुड़े लोगों के खिलाफ ‘बड़े पैमाने पर राज्यव्यापी घेराबंदी और तलाश अभियान (सीएएसओ)’ शुरू किया है। सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, अभियान के दौरान अब तक कुल 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कई अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
पंजाब में सुरक्षा कड़ी, जगह-जगह वाहनों की तलाशी
पुलिस की यह कार्रवाई अमृतपाल सिंह के धार्मिक जुलूस ‘खालसा वाहिर’ के मुक्तसर जिले से शुरू होने से एक दिन पहले हुई। पुलिस ने कहा कि राज्यव्यापी अभियान के दौरान अब तक .315 बोर की एक राइफल, 12 बोर की सात राइफल, एक रिवॉल्वर और 373 कारतूस सहित नौ हथियार बरामद किए गए हैं। पंजाब में कई जगहों पर वाहनों की तलाशी लेने के साथ सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि डब्ल्यूपीडी से जुड़े लोग विभिन्न वर्गों के बीच वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले और लोक सेवकों के कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित चार आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि 24 फरवरी को अजनाला थाने पर हमले के लिए डब्ल्यूपीडी तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अमृतपाल पिछले साल बना था ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख
पिछले महीने, अमृतपाल और उसके समर्थकों ने तलवारें और बंदूकें लहराते हुए अवरोधकों को तोड़ दिया और अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाना में घुस गए। वे सभी अमृतपाल के एक सहयोगी की रिहाई की मांग कर रहे थे। इस घटना में एक पुलिस अधीक्षक सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। घटना के बाद राज्य में आम आदमी पार्टी सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था और उस पर चरमपंथियों के सामने झुकने का आरोप लगाया गया था।
दुबई में रह चुके अमृतपाल सिंह को पिछले साल ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख बनाया गया था, जिसकी स्थापना अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी। दीप सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।