Punjab Election 2022: बसपा ने छह उम्मीदवारों की घोषणा की, अकाली दल के साथ पंजाब विधानसभा चुनाव में मायावती का गठबंधन
By भाषा | Published: January 25, 2022 09:28 PM2022-01-25T21:28:14+5:302022-01-25T21:40:53+5:30
Punjab Election 2022: पंजाब विधानसभा में 117 सीट हैं। 20 सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने प्रत्याशी उतारे है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन किया है।

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहा है।
Punjab Election 2022: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 20 फरवरी को होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को शेष छह उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी। मायावती के नेतृत्व वाली पार्टी ने चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ गठबंधन किया है और 117 विधानसभा सीट में से 20 पर चुनाव लड़ रही है।
पार्टी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के मुताबिक, अमृतसर सेंट्रल से दलबीर कौर, करतारपुर से बलविंदर कुमार, जालंधर पश्चिम से अनिल मिनिया और शाम चौरासी से महिंदर सिंह चुनाव लड़ेंगे। वहीं, हरमोहन सिंह चमकौर साहिब सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि चमकौर सिंह को महल कलां से मैदान में उतारा गया है। पिछले हफ्ते पार्टी ने 14 उम्मीदवारों की घोषणा की थी।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने मंगलवार को दावा किया कि अगले महीने होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ेगा, जबकि उनकी पार्टी के नेतृत्व वाला गठबंधन 80 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करेगा। उन्होंने दावा किया कि आम आदमी पार्टी को 10 से कम सीटें जीतेगी।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहा है। दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे के समझौते के मुताबिक, बसपा पंजाब की 117 विधानसभा सीटों में से 20 पर चुनाव लड़ रही है, जबकि बाकी पर शिअद लड़ेगी।
बादल ने शिअद-बसपा गठबंधन के 80 से अधिक सीटें जीतने का दावा करते हुए कहा, “कांग्रेस पूर्ण हार की ओर बढ़ रही है। आप दोहरे अंक को नहीं छू पाएगी।” लुधियाना में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में कई चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए बादल ने कहा कि शिअद-बसपा सत्ता में लौटने के लिए तैयार हैं और “गुंडागर्दी का शासन, अब सिर्फ कुछ और दिनों के लिए है”। उन्होंने कहा, “हमारे गठबंधन की प्रचंड जीत के साथ 10 मार्च (जब चुनाव परिणाम घोषित होंगे) शांति और सर्वांगीण विकास का युग फिर से शुरू होगा।”
बादल ने दावा किया कि शिअद एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसे पंजाब के लोगों के लिए वास्तविक चिंता है जबकि आप और कांग्रेस जैसी पार्टियों के फैसले दिल्ली में बैठे उनके पार्टी आलाकमान द्वारा लिए जाते हैं। बादल ने कहा, “इन पार्टियों को राज्य के लिये कोई वास्तविक दर्द, वास्तविक चिंता नहीं है। उनका एकमात्र उद्देश्य सत्ता हथियाना है, लेकिन पंजाब को आगे ले जाना नहीं है। यहां तक कि लुधियाना के लोग शिअद के सत्ता में रहने के दौरान हुए विकास को जानते हैं।” उन्होंने कहा कि वह पिछले तीन महीने से पंजाब का दौरा कर रहे हैं और लोगों की नब्ज पहचानते हैं।