पंजाबकांग्रेस में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाबकांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रहा विवाद थमता नजर आ रहा है। सिद्धू औपचारिक रूप से 23 जुलाई को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पदभार संभालेंगे। इस अवसर पर आयोजित होने वाले समारोह के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को न्योता भेजा गया है। माना जा रहा है कि सिंह ने न्योता स्वीकार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू की शुक्रवार को होने जारी ताजपोशी में कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शामिल होंगे। सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने एक ट्वीट कर सिंह के कार्यक्रम में शामिल होने की जानकारी दी गई है। ठुकराल के इस ट्वीट के बाद माना जा रहा है कि कैप्टन और सिद्धू के बीच पिछले कुछ समय से चल रहा विवाद कम से कम फिलहाल थम गया है।
इस ट्वीट में रवीन ठुकराल ने लिखा, 'पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार सुबह 10 बजे पंजाब भवन में सभी कांग्रेसी विधायकों, सांसदों और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को चाय पर आमंत्रित किया है। फिर वे सभी वहां से नई पीपीसीसी टीम के लिए पंजाब कांग्रेस भवन जाएंगे।'
इससे पहले गुरुवार को पंजाब कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए कुलजीत नागरा और संगत सिंह गिलजियां मोहाली के सिसवां स्थित कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से हस्ताक्षरित आमंत्रण पत्र सौंपा। इस मुलाकात के बाद उन्होंने दावा किया कि सिंह ने उन्हें ताजपोशी के लिए शुक्रवार को होने वाले कार्यक्रम में आने का भरोसा दिलाया है।
हम आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के विरोध को दरकिनार कर कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। साथ ही चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं। कैप्टन पिछले कुछ समय से सिद्धू की उनके खिलाफ की गई बयानबाजी से नाराज थे और चाहते थे कि वे सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। हालांकि अभी तक ऐसा नहीं हुआ है।