नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में हलचल, मंत्री रजिया सुल्ताना, दो महासचिव और कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल का इस्तीफा
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 28, 2021 09:22 PM2021-09-28T21:22:56+5:302021-09-28T21:24:39+5:30
पंजाब कांग्रेस के महासचिव (प्रभारी प्रशिक्षण) गौतम सेठ, योगिंदर ढींगरा और कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल ने पद छोड़ दिया।
चंडीगढ़ः कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के कुछ ही घंटे बाद रजिया सुल्ताना ने मंगलवार को राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री का पद छोड़ दिया। इसके बाद इस्तीफे की लाइन लग गई। सुल्ताना को सिद्धू की करीबी माना जाता है।
पंजाब कांग्रेस के महासचिव (प्रभारी प्रशिक्षण) गौतम सेठ, योगिंदर ढींगरा और कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल ने पद छोड़ दिया। अभी तक 4 कांग्रेसी नेता ने रिजाइन दे दिया है। नवजोत के घर पर विधायकों की बैठक हो रही है। "नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एकजुटता में" सभी ने इस्तीफा दिया है।
#UPDATE | Gautam Seth resigns as General Secretary (in-charge training) of Punjab Congress following resignation of party's state unit chief Navjot Singh Sidhu
— ANI (@ANI) September 28, 2021
सुल्ताना के पति मोहम्मद मुस्तफा सिद्धू के प्रधान रणनीतिक सलाहकार हैं जो भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी रह चुके हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को भेजे त्यागपत्र में सुल्ताना ने कहा, ‘‘मैं, रजिया सुल्ताना पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और राज्य के लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ एकजुटता दिखाते हुए पंजाब में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे रही हूं।’’
उन्होंने त्यागपत्र में लिखा, ‘‘मैं पंजाब के सर्वश्रेष्ठ हित में कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए काम करती रहूंगी। जरूरत के समय में मुझ पर और मेरे परिवार पर आशीर्वाद बनाकर रखने के लिए सोनिया गांधी जी और राहुल गांधीजी का दिल से शुक्रिया।’’ मुस्तफा ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपनी पत्नी का इस्तीफा साझा किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरी पत्नी रजिया सुल्ताना के कांग्रेस और पार्टी नेतृत्व, खासकर राहुल गांधी के सर्वश्रेष्ठ हित में इस्तीफा देने के सैद्धांतिक फैसले को लेकर उन पर मुझे गर्व है।’’ मुस्तफा और सुल्ताना सिद्धू से मिलने पटियाला में उनके आवास पर पहुंचे।
सिद्धू ने मंगलवार को पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर पार्टी को झटका दिया, जो पहले ही आंतरिक कलह से जूझ रही है। उन्होंने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा कि वह पार्टी की सेवा करते रहेंगे।
इससे पहले आज दिन में सुल्ताना को जल आपूर्ति और स्वच्छता, सामाजिक सुरक्षा, महिला और बाल विकास तथा मुद्रण एवं स्टेशनरी विभागों का प्रभार सौंपा गया था। अमरिंदर सिंह नीत सरकार में वह परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही थीं।