PSLV-C55: सिंगापुर के दो उपग्रहों के साथ PSLV-C55 लॉन्च, इसरो ने किया कमाल, देखें वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 22, 2023 02:56 PM2023-04-22T14:56:24+5:302023-04-22T15:31:48+5:30
सिंगापुर के दो उपग्रहों को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पीएसएलवी सी55 रॉकेट ने शनिवार को यहां स्थित अंतरिक्ष केंद्र से उड़ान भरी। यह जानकारी इसरो ने दी।
श्रीहरिकोटाः आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में इसरो ने एक कारनामा किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सिंगापुर के दो उपग्रहों के साथ PSLV-C55 लॉन्च किया। सिंगापुर के उपग्रहों को भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) की वाणिज्यिक शाखा के साथ एक अनुबंध के तहत लॉन्च किया गया।
पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से दोपहर 2:19 बजे ग्रह के चारों ओर 700 किलोग्राम से अधिक पेलोड जमा करने के लिए उड़ान भरी। पीएसएलवी-सी55 मिशन ने प्राथमिक मिशन के रूप में दो बड़े उपग्रह टीएलईओएस-2, एक सिंथेटिक एपर्चर रडार उपग्रह और ल्यूमलाइट-4, एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन नैनो-उपग्रह सह-यात्री उपग्रह को ले गया।
#WATCH | Andhra Pradesh: Indian Space Research Organisation (ISRO) launches its PSLV-C55 with two Singaporean satellites for Earth observation, from Sriharikota.
— ANI (@ANI) April 22, 2023
(Source: ISRO) pic.twitter.com/oKByHiqXjD
यह रॉकेट समर्पित वाणिज्यिक मिशन के तहत न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के माध्यम से प्राथमिक उपग्रह के रूप में ‘टेलीओएस-2’ और सह-यात्री उपग्रह के रूप में ‘ल्यूमलाइट-4’ को लेकर रवाना हुआ और दोनों उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थपित कर दिया।
ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) के जरिए सिंगापुर के दो उपग्रहों का प्रक्षेपण करने के लिए शुक्रवार को यहां सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में 22.5 घंटे की उलटी गिनती शुरू हुई थी। मिशन के तहत चेन्नई से लगभग 135 किलोमीटर दूर स्थित अंतरिक्ष केंद्र से 44.4 मीटर लंबा रॉकेट दोनों उपग्रहों को लेकर प्रथम लॉन्च पैड से रवाना हुआ और बाद में इसने दोनों उपग्रहों को इच्छित कक्षा में स्थापित कर दिया।
यह NSIL के माध्यम से एक समर्पित वाणिज्यिक मिशन है, जिसमें प्राथमिक उपग्रह के रूप में TeLEOS-2 और सह-यात्री उपग्रह के रूप में Lumelite-4 है। उपग्रहों का वजन क्रमशः 741 किलोग्राम और 16 किलोग्राम है। दोनों सिंगापुर के हैं। TeLEOS-2 उपग्रह DSTA (सिंगापुर सरकार का प्रतिनिधित्व) और ST इंजीनियरिंग के बीच एक साझेदारी के तहत विकसित किया गया है।
PSLV-C55/TeLEOS-2 Mission
— ISRO (@isro) April 22, 2023
The launch can be watched live
today from 13:45 Hrs. IST on https://t.co/x5l80heWWshttps://t.co/zugXQAYy1yhttps://t.co/e5izHubgtq@DDNationalpic.twitter.com/258InkK460
एक बार तैनात और संचालन के बाद इसका उपयोग सिंगापुर सरकार के भीतर विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह इमेजरी आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए किया जाएगा। TeLEOS-2 में सिंथेटिक अपर्चर रडार (SAR) पेलोड है। TeLEOS-2 सभी मौसम में दिन और रात कवरेज प्रदान करने में सक्षम होगा और 1m पूर्ण-ध्रुवीयमितीय रिज़ॉल्यूशन पर इमेजिंग करने में सक्षम होगा।