बंगाल की प्रमुख हस्तियों ने "फासीवादी ताकतों" के उभार की आलोचना की
By भाषा | Published: January 25, 2021 11:13 PM2021-01-25T23:13:45+5:302021-01-25T23:13:45+5:30
कोलकाता, 25 जनवरी पश्चिम बंगाल में कथित "फासीवादी ताकतों" के उभार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए सोमवार को कोलकाता में कई प्रमुख हस्तियां एकत्र हुईं। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में 'जय श्री राम' के नारे लगाए जाने की घटना इस बात के सबूत हैं।
‘ई कोन सोकाल रातेर छियो अंधकार’ (यह कैसी सुबह है जो रात से भी अधिक अंधेरी है) नामक कार्यक्रम में अभिनेता-रंगकर्मी कौशिक सेन, उनके बेटे व अभिनेता ऋद्धि सेन, चित्रकार सुवाप्रसन्ना, निर्देशक राज चक्रवर्ती, अभिनेत्री सायोनी घोष, अभिनेत्री-सांसद नुसरत जहां समेत कई गणमान्य हस्तियों ने भाग लिया।
इस मौके पर कौशिक सेन ने कहा, "तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ मतभेद होने के बावजूद, मैं यहां हूं क्योंकि हम सभी को एकजुट होकर उन ताकतों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने की जरूरत है, जो हमारी आवाज को दबा रही हैं, हम पर अपनी पसंद थोप रही हैं और नफरत की अपनी विभाजनकारी विचारधारा को फैला रही हैं।"
23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित सरकारी कार्यक्रम में 'जय श्री राम' के नारे लगाए जाने की निंदा करते हुए, सेन ने कहा, यह घटना "पूर्व नियोजित, अपमानजनक, और इन ताकतों की असहिष्णुता का एक और प्रदर्शन है।
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