सोनभद्र हत्याकांड: प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिल व्यथा सुनीं, आंसू पोंछते और पानी पिलाते दिखीं
By भाषा | Published: July 20, 2019 01:18 PM2019-07-20T13:18:43+5:302019-07-20T13:18:43+5:30
प्रियंका ने रात चुनार गेस्ट हाउस में ही गुजारी। उन्होंने सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिले बिना लौटने के स्थानीय प्रशासन के अनुरोध को ठुकरा दिया। प्रियंका और अधिकारियों के बीच रात करीब 12:00 बजे से 1:15 बजे तक चली दूसरे दौर की बातचीत भी नाकाम रही और प्रियंका तथा उनके सैकड़ों समर्थक चुनार गेस्ट हाउस में ही डटे रहे।
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के हत्याकांड के शिकार हुए पीड़ित परिवारों के 12 सदस्यों ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मिर्जापुर स्थित चुनार गेस्ट हाउस परिसर में मुलाकात की।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय राय ने बताया कि पीड़ित परिवारों के 12 सदस्यों ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से चुनार गेस्ट हाउस के परिसर में मुलाकात की है। प्रियंका गांधी शोकाकुल पीड़ित परिवार वालों के आंसू पोंछते और पानी पिलाते दिखीं। वह लगातार उन्हें सांत्वना दे रही थीं।
प्रियंका ने रात चुनार गेस्ट हाउस में ही गुजारी। उन्होंने सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिले बिना लौटने के स्थानीय प्रशासन के अनुरोध को ठुकरा दिया। प्रियंका और अधिकारियों के बीच रात करीब 12:00 बजे से 1:15 बजे तक चली दूसरे दौर की बातचीत भी नाकाम रही और प्रियंका तथा उनके सैकड़ों समर्थक चुनार गेस्ट हाउस में ही डटे रहे।
#WATCH Priyanka Gandhi Vadra: Prasashan ko inki (family of victims of Sonbhadra firing case) rakhwali karni chaiye. Jab inke sath hadsa ho raha tha, madad karni chaiye thi. Prasashan ki mansikta meri samaj se bahar hai. Aap unn par thoda dabaw banaiye, aap mere piche pade hain. pic.twitter.com/BIW8ZYnzRF
— ANI UP (@ANINewsUP) July 20, 2019
प्रियंका ने देर रात एक के बाद कई ट्वीट कर कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक बृजभूषण, वाराणसी के मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल और पुलिस उप महानिरीक्षक को मुझसे यह कहने के लिए भेजा कि मैं यहां पीड़ितों से मिले बगैर वापस चली जाऊं। ना मुझे हिरासत में रखने का आधार बताया गया है और ना ही कोई कागज दिए गए।”
Congress delegation led by Pramod Tiwari meets Governor Ram Naik over Sonbhadra firing incident that claimed lives of 10 people. pic.twitter.com/szDFZQKKyI
— ANI UP (@ANINewsUP) July 20, 2019
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि मेरे वकीलों के मुताबिक मेरी गिरफ्तारी हर तरह से गैरकानूनी है। मैंने स्पष्ट कर दिया है कि मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं बल्कि पीड़ितों से मिलने आई हूं। मैंने सरकार के दूतों से कहा है कि मैं उनसे मिले बगैर वापस नहीं जाऊंगी। प्रियंका ने एक वीडियो भी ट्वीट किया है जिसमें वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी रात करीब 1:15 बजे उनसे बैठक बेनतीजा खत्म होने के बाद वापस जाते दिख रहे हैं।
प्रियंका और अन्य समर्थकों के साथ चुनार गेस्ट हाउस में मौजूद कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने बताया कि सरकार बिजली और पानी की आपूर्ति बंद करके उन्हें गेस्ट हाउस छोड़ने पर मजबूर कर रही है लेकिन उनके कदम पीछे नहीं हटेंगे।
Mirzapur: Family members of the victims of Sonbhadra's firing case come to meet Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra at Chunar Guest House. pic.twitter.com/Yujq1qcSU6
— ANI UP (@ANINewsUP) July 20, 2019
उन्होंने बताया कि पूरी रात बिजली नहीं आई। इस दौरान प्रियंका सुबह करीब 4:30 बजे तक कार्यकर्ताओं के साथ बैठी रहीं। सरकार ने गेस्ट हाउस में जलपान का कोई इंतजाम नहीं किया। स्थानीय नागरिक और पार्टी कार्यकर्ता ही कुछ प्रबंध कर रहे हैं।
मालूम हो कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को सोनभद्र में हुए सामूहिक हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने जाने के दौरान शुक्रवार को मिर्जापुर के अदलहाट क्षेत्र में प्रशासन ने रोक कर अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 151 के तहत हिरासत में ले लिया था।
बाद में उन्हें चुनार गेस्ट हाउस लाया गया था । प्रशासन के आला अधिकारियों ने उन्हें सोनभद्र में दफा 144 लागू होने की बात कहते हुए वापस लौट जाने को कहा मगर प्रियंका ने उन्हें जवाब दिया कि वह अकेली ही सोनभद्र जाकर पीड़ितों से मिलने को तैयार हैं। ऐसे में निषेधाज्ञा का तनिक भी उल्लंघन नहीं होगा। उन्होंने साफ कहा कि वह उनसे मिले बगैर वापस नहीं जाएंगी।