प्रियंका गांधी ने हेमंत बिस्वा सरमा के 'क्या आप वास्तव में राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं?' वाले बयान पर कहा, 'मेरी मां को इस गंदगी में घसीटने की क्या जरूरत थी'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 19, 2022 10:24 PM2022-02-19T22:24:17+5:302022-02-19T22:33:17+5:30
असम के सीएम के विवादित बयान पर रोष जाहिर करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी मां ने अपने पति (राजीव गांधी) को अपने आंखों के सामने शहीद होते देखा है।
रायबरेली:असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा राहुल गांधी पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर आखिरकार गांधी परिवार ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है।
यूपी कांग्रेस की प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पूर्व कांग्रेसी और वर्तमान में असम से बीजेपी के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी पर किये गये विवादास्पद टिप्पणी पर कहा, "उन्हें मेरी मां के बारे में ऐसा नहीं कहना चाहिए था। वह शहीद की विधवा हैं। मेरी मां ने देश के लिए अपने जीवन को समर्पित किया है।"
असम के सीएम के विवादित बयान पर रोष जाहिर करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि उनकी मां ने अपने पति (राजीव गांधी) को अपने आंखों के सामने शहीद होते देखा है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, "उन्हें (हिमंत बिस्वा सरमा) उनके बारे में ऐसी बातें कहने की क्या जरूरत थी? आखिर उन्हें इस गंदगी में घसीटने की क्या जरूरत थी?"
मालूम हो कि हाल ही संपन्न हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में प्रछार के लिए गये असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ उस संदर्भ में विवादास्पद टिप्पणी की थी। जिसमें राहुल गांधी ने उत्तराखंड चुनाव प्रचार के दौरान मोदी सरकार से पाकिस्तान में सेना के ऑपरेशन का कथिततौर पर सबूत मांगा था।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उत्तराखंड के एक चुनावी रैली में राहुल गांधी के कथिततौर पर सेना के ऑपरेशन का सबूत मांगने पर कहा था, "अगर हमारे सैनिकों ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान के अंदर हमला किया है, तो यह अंतिम सत्य है। क्या आप बिपिन रावत या सैनिकों पर विश्वास नहीं करते हैं? क्या हमने कभी पूछा है कि क्या आप वास्तव में राजीव गांधी के बेटे हैं या नहीं? तो आपको भी सैनिकों के अपमान का कोई हक नहीं है।"
वहीं इस बयान के बाद विपक्षी दलों के निशाने पर आ गये असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की कई नेताओं के द्वारा कड़ी आलोचना की गई थी। इस मामले में दखल देते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने नाराजगी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की थी कि असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने गैर संवैधानिक टिप्पणी की है। इसलिए पीएम मोदी उन्हें तत्काल मुख्यमंत्री के पद से बर्खास्त करें।
चंद्रशेखर राव ने पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से कहा, "आपकी पार्टी का एक मुख्यमंत्री एक सांसद से उसके पिता की पहचान के बारे में सवाल करता है, क्या ये हमारा ‘संस्कार’ है। क्या यही वेदों, महाभारत ,रामायण और भगवद् गीता में सिखाया गया है? मैं बीजेपी अध्यक्ष नड्डा जी से प्रश्न करता हूं कि क्या यही हमारी संस्कृति है?"