प्रियंका गांधी ने कहा, "जो भी दल भाजपा की विचारधारा के खिलाफ हैं, एक मंच पर इकट्ठा हों"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 26, 2023 02:10 PM2023-02-26T14:10:48+5:302023-02-26T14:14:25+5:30
कांग्रेस के 85वें अधिवेशन में कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि देश की जनता चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों के एकसाथ आने का इंतजार कर रही है और इस बात में कई शक नहीं की जनता को सबसे ज्यादा उम्मीदें कांग्रेस के साथ हैं।
नवा रायपुर:कांग्रेस के 85वें अधिवेशन में कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने रविवार को केंद्र की मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस को रोकने के लिए सरकारी एजेंसियों का जमकर दुरुपयोग हुआ, हमारे खिलाफ रेड डाले गये लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस जनता के लिए मजबूती के साथ खड़ी रही।
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि देश की जनता चुनाव से पहले सभी विपक्षी दलों के एकसाथ आने का इंतजार कर रही है और इसमें कई शक नहीं की जनता को सबसे ज्यादा उम्मीदें कांग्रेस के साथ हैं। उन्होंने अधिवेशन के मंच के पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वो मोदी सरकार की “विफलताओं” को हकीकत आम लोगों के बीच पहुचाएं।
उन्होंने कहा, “ज्यादा वक्त नहीं है लेकिन इसके लिए हमारे पास अभी भी एक साल ही बचा है। विपक्ष को एकजुट होना होगा। जो भी दल भाजपा की विचारधारा और सोच से इत्तेफाक नहीं रखते हैं, उन्हें मिलकर एक साझा मंच पर आना होगा तभी वो मजबूती के साथ एकजुट होकर सांप्रदायिक ताकतों से लड़ पाएंगे। जनता को सारे विपक्ष से उम्मीदें हैं लेकिन उम्मीदों का यह भार कांग्रेस पर कुछ ज्यादा ही है।
पार्टी कार्यकर्ताओं के जूझारूपन और संघर्ष की तारीफ करते हुए यूपी की कांग्रेस प्रभारी ने कहा, “आपमें भाजपा से लड़ने का माद्दा है और अब वक्त आ गया है कि देश के लिए आपके उसी अदम्य साहस के प्रदर्शन का वक्त आ गया है।”
समाचार एएनआई के अनुसार प्रियंका गांधी ने इस बात पर विशेषतौर से जोर देते हुए कहा कि वो (भाजपा) चुनाव के दौरान ऐसे मुद्दे उठाते हैं, जो जनकल्याण के लिए महत्वपूर्ण नहीं होते हैं। लेकिन हमें अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ जनभावनों से संबंधित मुद्दों को जनता के बीच लेकर जाना है।
प्रियंका गांधी ने अपनी बात को खत्म करते हुए अंत में कहा, “चुनाव में ऐसे मुद्दों को हवा दी जाती है, जिनका जनता की भलाई से कोई संबंध नहीं होता है लेकिन हमें राजनीति तो इसी मुद्दे पर करनी चाहिए कि आखिर युवाओं की बेरोजगारी कैसे खत्म होगी। लोगों की जिंदगी में खुशहाली कैसे आएगी। आर्थिक तरक्की कैसे होगी और जीडीपी को कैसे मजबूत किया जाए। भाजपा ने हमें हतोत्साहित करने के लिए कई बार एजेंसियों के जरिये छापे मरवाए लेकिन हम आज भी मजबूती से उनके सामने खड़े हैं।”