कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण लोगों को आर्थिक मुश्किलों का भी सामना करना पड़ रहा है। इस बीच मध्यप्रदेश सरकार ने लोगों को राहत देते हुए प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस के अलावा अन्य कोई भी फीस नहीं लेने का आदेश दिया है। सरकार ने यह भी कहा है कि फीस जमा नहीं करने की स्थिति में किसी भी बच्चे का नाम स्कूल से नहीं हटाया जाए। इसके साथ ही मध्यप्रदेश सरकार ने राज्य में स्कूलों को 31 अगस्त तक बंग करने का फैसला किया है।
कोरोना का इलाज करा रहे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा, "कोविड-19 संकट के कारण प्राइवेट स्कूल छात्रों से ट्यूशन फीस के अलावा अन्य फीस नहीं लेंगे। शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि यदि माता-पिता फीस देने में सक्षम नहीं हैं, तो उनके बच्चे का नाम किसी भी परिस्थिति में स्कूल से नहीं हटाया जाए।"
मध्यप्रदेश सरकार ने आदेश जारी कर 31 अगस्त तक राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी किया है। आदेश में राज्य सरकार ने कहा कि समय-समय पर जारी विभागीय आदेश अनुसार ऑनलाइन अध्यापन की गतिविधियां जारी रखी जा सकेंगी।
भोपाल में कोरोना का इलाज करा रहे हैं शिवराज सिंह
बता दें कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना वायरस से पॉजिटिव पाए गए हैं और भोपाल के चिरायु अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वस्थ हैं। खांसी लगभग समाप्त हो गई है। बुखार भी नहीं आ रहा है। वे अस्पताल से ही आवश्यक कार्य कर रहे हैं। जनता के कार्य अनवरत जारी रहेंगे, कोई काम रुकेगा नहीं। सरकार पूरी सजगता से कार्य कर रही है।
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के 8357 एक्टिव केस मौजूद
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार मध्यप्रदेश में अब तक 30134 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिसमें से 843 लोगों की मौत इस महामारी के कारण हो चुकी है। राज्य में अब तक 20934 लोग कोविड-19 से अब तक ठीक हो चुके हैं और 8357 एक्टिव केस मौजूद हैं।