राम जन्मभूमि परिसर में PM मोदी लगाएंगे यह खास पौधा, जानिए इसका पौराणिक और आयुर्वेदिक महत्व

By सुमित राय | Published: August 4, 2020 02:39 PM2020-08-04T14:39:22+5:302020-08-04T14:39:22+5:30

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को राम जन्मभूमि मंदिर के भूमिपूजन में पूजन करेंगे और इस दौरान परिसर में एक खास पौधा लगाएंगे।

prime minister narendra modi will plant a parijat tree in the premises | राम जन्मभूमि परिसर में PM मोदी लगाएंगे यह खास पौधा, जानिए इसका पौराणिक और आयुर्वेदिक महत्व

नरेंद्र मोदी राम मंदिर परिसर में पारिजात का पौधा लगाएंगे। (फाइल फोटो)

Highlightsउत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए 5 अगस्त को भूमिपूजन किया जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजन करेंगे और इस दौरान वह जन्मभूमि परिसर में एक खास पौधा लगाएंगे।जानिए क्या है इसी खासियत जिसकी वजह से इसे श्रीराम जन्मभूमि परिसर में लगाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए 5 अगस्त को भूमिपूजन किया जाएगा। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूजन करेंगे और इस दौरान वह जन्मभूमि परिसर में एक खास पौधा लगाएंगे। तो चलिए आपको बताते हैं कौन सा है वो पौधा, जिसे पीएम मोदी लगाएंगे और क्या है इसी खासियत जिसकी वजह से इसे श्रीराम जन्मभूमि परिसर में लगाया जा रहा है।

भूमिपूजन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी परिसर के अंदर पारिजात का पौधा लगाएंगे, जिसका हिंदू धर्म में काफी महत्व है और इसके कई आयुर्वेदिक फायदे भी हैं। पारिजात के फूल मनमोहक और सुगंधित होते हैं। इसे भगवान हरि के श्रृंगार और पूजन में प्रयोग किया जाता है, इसलिए इस पुष्प को हरसिंगार के नाम से भी जाना जाता है।

पारिजात का कई ग्रन्थों में है जिक्र

पारिजात का जिक्र कई प्राचीन ग्रन्थों में मिलता है, इसके फूल अत्यधिक सुगन्धित, छोटे पखुड़ियों वाले और सफेद रंग के होते हैं और फूल के बीच में चमकीला नारंगी रंग होता है। हरसिंगार का पौधा झाड़ीदार होता है और दुनिया भर में इसकी पांच प्रजातियां पाई जाती हैं। हरसिंगार का फूल पश्चिम बंगाल का राजकीय पुष्प भी है।

देवी लक्ष्मी को भी है अधिक प्रिय

भगवान हरि के अलावा धन की देवी लक्ष्मी को भी पारिजात के फूल अत्यंत प्रिय हैं। कहा जाता है कि पूजा-पाठ के दौरान मां लक्ष्मी को ये फूल चढ़ाने से वो प्रसन्न होती हैं।

रात रानी के नाम से भी प्रसिद्ध

पारिजात यानि हरसिंगार के फूलों को रात रानी के नाम से भी जाना जाता है। इस नाम का कारण इस फूल का रात के समय में खिलना है। पारिजात का फूल रात में ही खिलता है और सुबह होते ही इसके सारे फूल झड़ जाते हैं, इसलिए इसे रात की रानी भी कहा जाता है।

पारिजात से होता है कई रोगों के इलाज

पारिजात का धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ आयुर्वेद में भी इसके कई लाभ हैं और इससे कई रोगों का इलाज किया जा सकता है। आयुर्वेद में पारिजात को एक उत्तम औषधि बताया गया है। हरसिंगार के इस्तेमाल से पाचनतंत्र, पेट के कीड़े की बीमारी, मूत्र रोग, बुखार, लीवर विकार सहित अन्य कई रोगों में लाभ मिलता है। हरसिंगार के फूल आँखों की समस्या में फायदेमंद होते है साथ ही पारिजात  भूख को बढ़ाने और अन्य पाचन संबंधी विकारों को दूर करने में प्रयोग किया जाता है।

Web Title: prime minister narendra modi will plant a parijat tree in the premises

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