राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि वह हर महीने 2.75 लाख रुपये का टैक्स (कर) देते हैं। कुछ समाचार चैनलों के मुताबिक, राष्ट्रपति ने शुक्रवार को कानपुर देहात जिले के झीझंक में यह बात कही। कोविंद 25 जून को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन (प्रेजिडेंशियल ट्रेन) से कानपुर की यात्रा पर निकले थे।
ट्रेन झिंझक और कानपुर देहात के रूरा में रूकी, जहां राष्ट्रपति ने अपने स्कूल के दिनों के और सामाजिक सेवा के शुरुआती दिनों के अपने पुराने परिचितों के साथ मुलाकात की और बातचीत की थी। राष्ट्रपति ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ''यदि राष्ट्रपति देश के सबसे अधिक वेतन पाने वाले कर्मी हैं, तो वह कर भी देते हैं। मैं 2.75 लाख रुपये प्रति महीना कर भी देता हूं। लेकिन लोग केवल मेरे पांच लाख रुपये वेतन की चर्चा करते हैं।''
अपने पैतृक गांव पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि गांव के एक सामान्य बच्चे के रूप में उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होंगे। कानपुर देहात जिले में स्थित अपनी जन्मस्थली परौंख गांव में सभा को संबोधित करते हुए कोविंद ने कहा, ''एक सामान्य बच्चे के रूप में मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने का सम्मान मिलेगा लेकिन, हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने इसे पूरा कर दिखाया।''
राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं को भी श्रद्धांजलि दी और कहा, ‘‘आज मैं जहां भी पहुंचा हूं, उसका श्रेय इस गांव की मिट्टी, इस क्षेत्र, आपके प्यार और आशीर्वाद को जाता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा संस्कार बुजुर्गों को माता-पिता का सम्मान देने का है और आज, मुझे खुशी है कि हमारे परिवार में बड़ों को सम्मान देने की यह परंपरा अभी भी जारी है।’’