नई दिल्ली, 23 अगस्त: 14 मई को अरुण जेटली की किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी हुई थी और उसके बाद से ही वो आराम कर रहे थे। ऐसे में अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वित्त मंत्री और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री का कार्यभार अरुण जेटली को सौंपने का निर्देश दिया था।
राष्ट्रपति के निर्देश के बाद वह एक बार फिर से अपने काम पर लौट आए हैं। अरुण जेटली ने आज फिर वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। किडनी प्रतिरोपण के लिए उन्होंने अप्रैल की शुरुआत से कामकाज से दूरी बना ली थी और 14 मई को उनका किडनी प्रतिरोपण किया गया था। इस दौरान वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार पीयूष गोयल ने संभाला।
इससे पहले आज एक अधिसूचना में कहा गया, ‘‘ भारत के राष्ट्रपति ने, प्रधानमंत्री की सलाह पर, वित्त मंत्रालय और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का विभाग फिर से अरूण जेटली को सौंपने का निर्देश दिया है। गत 14 मई को उनका किडनी प्रतिरोपण हुआ था और उसी दिन उनके मंत्रालयों का प्रभार अंतरिम तौर पर गोयल को सौंपा गया था। गोयल के पास रेल मंत्रालय और कोयला मंत्रालय भी है।
सर्जरी के बाद से, चिकित्सकों की सलाह पर वह कामकाज से दूर थे। हालांकि उन्होंने नौ अगस्त को राज्यसभा में उपसभापति पद के लिए हुए चुनाव में हिस्सा लिया था। तब वह 14 मई के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से नजर आए थे। जेटली की गैरमौजूदगी में पीयूष गोयल बतौर कार्यवाहक वित्त मंत्री जिम्मा संभाल रहे थे। लेकिन अब खुद अपना पद जल्द संभाल लेंगे।
कहा जा रहा है कि अब जेटली की सेहत में सुधार हो रहा है । वहीं, जेटली ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैंकिंग कॉन्क्लेव और जीएसटी की लॉन्चिंग की पहली सालगिरह के मौके पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी।