राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आंखों का हुआ ऑपरेशन, मोतियाबिंद की थी शिकायत, जानें ताजा हेल्थ अपडेट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 16, 2022 04:02 PM2022-10-16T16:02:35+5:302022-10-16T16:17:58+5:30
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को मोतियाबिंद की शिकायत थी। इस कारण उन्हें सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनका ऑपरेशन हुआ है।
नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन रविवार को यहां सेना के रिसर्च एवं रेफरल अस्पताल में हुआ। राष्ट्रपति भवन के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का ऑपरेशन रहा सफल- प्रवक्ता
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि ऑपरेशन सफल रहा और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। बयान में कहा गया है, ‘‘मुर्मू का आज मोतियाबिंद का ऑपरेशन हुआ। ऑपरेशन सफल रहा और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।’’
आपको बता दें कि चौसठ वर्षीय मुर्मू ने 25 जुलाई, 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की थी
इस ऑपरेशन से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने असम की अपनी दो दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन गुवाहाटी में नीलांचल पर्वत शिखर पर स्थित कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। आपको बता दें कि कामाख्या मंदिर देश में स्थित 51 शक्तिपीठों में से एक है। इस दौरान राष्ट्रपति के साथ असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और कईं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति के पूजा-अर्चना पर पुजारी ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए शक्तिपीठ के एक पुजारी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘राष्ट्रपति और उनकी बेटी ने मंदिर में गर्भगृह के दर्शन किए और परिक्रमा लगाई। चूंकि दिन के समय राष्ट्रपति के कईं कार्यक्रम निर्धारित हैं, इसलिए उनसे वार्ता नहीं हो सकी।’’ गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान गुवाहाटी की अपनी यात्रा के दौरान कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
राष्ट्रपति ने अलग-अलग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी थी
वहीं, राष्ट्रपति ने शुक्रवार को केंद्र सरकार और असम सरकार की विभिन्न परियोजनाओं की डिजिटल तरीके से आधारशिला रखी। इनमें मॉडल आंगनवाडी केंद्र और राज्य के चाय बागान में स्कूल शामिल हैं। मुर्मू ने गुवाहाटी-लुमडिंग मार्ग पर शोखुवी (नगालैंड) और मंडीपाथर (मेघालय) तक विस्तारित एक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह नगालैंड और मेघालय के बीच पहली सीधी यात्री ट्रेन सेवा है।