प्रशांत किशोर ने कहा- 2024 में भाजपा की विदाई संभव लेकिन मौजूदा विपक्ष से नहीं
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 25, 2022 08:05 PM2022-01-25T20:05:19+5:302022-01-25T20:11:00+5:30
प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को अगर सेमीफाइनल माने और आने वाला चुनाव परिणाम यदि केंद्रीय सत्ता के विपरीत रहता है, तभी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना मुमकिन है।
दिल्ली: चुनावी मैनेजमेंट के माहिर खिलाड़ी प्रशांत किशोर ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में सत्तारूढ़ भाजपा को गद्दी से उतारा जा सकता है बशर्ते उसके लिए दमखम वाला विपक्ष होना चाहिए, लेकिन मौजूदा राजनीति हालात में वह दिखाई नहीं दे रहा है।
चुनावी महारथी प्रशांत किशोर ने कहा कि जब तक सरकार के सामने मजबूत विपक्ष नहीं होगा, उसे लोकसभा चुनाव 2024 में कोई परेशानी नहीं है। हां अगर अपने 2 सालों में विपक्ष मजबूत होता है तो सियासी तस्वीर बदल सकती है।
अगले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को एक छतरी के नीचे लाने में जुटे प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को अगर सेमीफाइनल माने और परिणाम यदि केंद्रीय सत्ता के विपरीत आते हैं तभी भाजपा को हराना मुमकिन है।
समाचार चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि विपक्ष में कांग्रेस अच्छी पार्टी है, उसकी विचारधारा भी मजबूत है। ऐसे में सत्ता के सामने खड़े होने विपक्ष में बिना कांग्रेस के वो मजबूती नहीं आ सकती है, जिसकी तलाश आज सभी विपक्षी दल कर रहे हैं। लेकिन वर्तमान स्वरूप वाली आज की कांग्रेस कभी भाजपा को टक्कर नहीं दे सकती है क्योंकि कांग्रेस को अपने बड़ा बदलाव लाना होगा।
प्रशांत किशोर ने भविष्य की योजनाओं पर बात करते हुए कहा कि बंगाल चुनाव के बाद कांग्रेस के साथ पांच महीनों तक लंबी वार्ता हुई, लेकिन साथ काम करने को मुद्दे पर कभी मेरे और कांग्रेस के बीच सहमति नहीं बन पाई। लोगों को लगता होगा कि कांग्रेस और प्रशांत किशोर को मिलकर काम करना चाहिए, लेकिन उसके लिए जरूरी सहमति और भरोसा अभी तक नहीं बन पाया है मेरे और कांग्रेस के बीच।
उन्होंने कहा कि साल 2014 में सत्ता में आने के बाद से भाजपा ने हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और विकास के मुद्दे को एक साथ समाहित करके पीएम मोदी के तौर पर प्रभावशाली व्यक्तित्व जनता के बीच पेश किया।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा जनता का भरोसा जीतने में सफल रही है। ऐसे में अगर भाजपा के सम्मोहन को तोड़ना है तो कम से कम हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और विकास में से किन्हीं दो मुद्दे पर विपक्ष को भाजपा से आगे निकलना होगा।
मालूम हो कि प्रशांत किशोर बीते काफी वक्त से इस मुहिम में लगे हैं कि साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता पक्ष के खिलाफ विपक्ष को लामबंद कर सकें।
इसके लिए प्रशांत किशोर ने ममता बनर्जी, स्टालिन, शरद पवार जैसे प्रमुख विपक्षी नेताओं से बहुत दफे लंबी मंत्रणा की है लेकिन प्रशान किशोर अभी तक अपने इस मुहिम से सफल नहीं हो पाये हैं।