'प्रशांत किशोर जैसे और लोग भी हैं, बस उनका नाम बड़ा हो गया है', कांग्रेस में मंथन के बीच अशोक गहलोत का बयान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 21, 2022 02:59 PM2022-04-21T14:59:15+5:302022-04-21T15:05:31+5:30
अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रशांत किशोर का बस नाम बड़ा हो गया और इसलिए मीडिया का उनपर ध्यान है। गहलोत ने कहा कि प्रशांत किशोर जैसे कई और लोग हैं। गहलोत का ये बयान उस समय आया है जब हाल में सोनिया गांधी पिछले एक हफ्ते से भी कम समय में चार बार प्रशांत किशोर से मुलाकात कर चुकी हैं।
नई दिल्ली: साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों और कांग्रेस में नई जान फूंकने की कोशिश के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और सोनिया गांधी के बीच एक हफ्ते में चार बार बैठक हो चुकी है। इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का प्रशांत किशोर को लेकर बड़ा बयान सामने आया। दरअसल, बुधवार को अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी प्रशांत किशोर और सोनिया गांधी की बैठक में हिस्सा लिया।
'प्रशांत किशोर जैसे और लोग भी हैं'
बैठक पर गहलोत ने बाद में पत्रकारों से कहा, ‘प्रशांत किशोर एक ब्रांड बन गए हैं। उन्होंने मोदी जी के लिए 2014 के लोकसभा चुनाव में काम किया, 'बिहार में काम किया...वह बड़ा नाम बन गए हैं, इसलिए उनके बारे में खबर है। वह पेशेवर हैं। उनकी तरह कई और लोग भी हैं। लेकिन प्रशांत किशोर बड़ा नाम बन गए हैं। इसलिए मीडिया उन पर ध्यान दे रही है। हर व्यक्ति के अनुभव से काम लेना ही चाहिए। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। हम एजेंसियों से उनकी राय लेते हैं।'
गहलोत ने आगे कहा, 'जब से किशोर एक बड़ा नाम बन गए हैं...वह चर्चाओं में हैं। अगर उनका अनुभव काम आता है…विपक्ष को एकजुट करने के लिए, मोदी सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए, तब यह विपक्ष की मदद करेगा।'
बता दें कि सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में गहलोत और बघेल के सामने किशोर ने अपनी रणनीति प्रस्तुत की और आज कुछ अतिरिक्त सुझाव भी दिए। इस मौके पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी और रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे।
'कांग्रेस को मजबूत करने और चुनाव की बेहतर तैयारी है लक्ष्य'
बैठकों के दौर के बीच क्या प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल होंगे, इसे लेकर भी कयास जारी है। हालांकि रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा जो समिति बनाई गई है, इसका लक्ष्य या अधिकार क्षेत्र किसी व्यक्ति विशेष को कांग्रेस में शामिल करना नहीं है। सुरजेवाला ने कहा, 'संगठन कैसे मजबूत हो, चुनाव के लिए बेहतरीन तैयारी कैसे हो, प्रान्तीय और 2024 के चुनाव और बेहतरीन तरीके से कैसे लड़े जाएं, लोगों की पीड़ा को कांग्रेस और बेहतरीन तरीके से कैसे उजागर करे, लोगों से कांग्रेस और बेहतरीन तरीके से कैसे जुड़े और भविष्य के भारत का, सुदृढ़ भारत का निर्माण कांग्रेस के नेतृत्व में किस प्रकार से हो, हम केवल इन्हीं पर मंत्रणा कर रहे हैं।'
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर के सुझावों पर विचार के लिए एक समिति बनाई है। इन सुझावों में कांग्रेस संगठन को और प्रभावी बनाने और आने वाले चुनावों में संगठन को चुस्त-दुरुस्त करने, संगठनात्मक बदलाव करने, संगठन को लोगों की अकांक्षाओं के अनुरूप बनाने की बातें शामिल हैं। इसमें पी चिदंबरम, अंबिका सोनी, प्रियंका गांधी वाड्रा, दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश, मुकुल वासनिक, के सी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला शामिल हैं।
गौरतलब है कि सूत्रों के अनुसार प्रशांत किशोर ने सुझाव दिया है कि उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा जैसे कुछ राज्यों में कांग्रेस को नए सिरे से अपनी रणनीति बनानी चाहिए और इन प्रदेशों में गठबंधन से परहेज करना चाहिए। कांग्रेस सूत्रों के अनुसारप्रशांत किशोर ने यह भी सुझाव दिया है कि कांग्रेस को लगभग 370 लोकसभा सीट पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल एवं तमिलनाडु में गठबंधन के साथ चुनावी मैदान में उतरना चाहिए।
(भाषा इनपुट)