नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने आज राहुल गांधी पर सबसे तीखा हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस पिछले 10 वर्षों में 90 प्रतिशत से अधिक चुनाव हार गई है और इसका नेतृत्व किसी व्यक्ति का ईश्वरीय अधिकार नहीं है।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि एक मजबूत विपक्ष के लिए कांग्रेस जिस आईडिया और स्पेस का प्रतिनिधित्व करती है, वह महत्वपूर्ण है। लेकिन कांग्रेस का नेतृत्व किसी व्यक्ति का दैवीय अधिकार नहीं है, खासकर तब जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में 90 फीसदी से अधिक चुनाव हार गई हो। विपक्षी नेतृत्व को लोकतांत्रिक तरीके से तय करने दें।
किशोर का यह तीखा हमला ममता बनर्जी के तीन दिन के महाराष्ट्र दौरे के दौरान कल किए गए तीखे हमले के बाद आया है। कल ममता बनर्जी ने मुंबई में एक बातचीत में कहा था कि अगर कोई कुछ नहीं करता और आधा समय विदेश में रहता है, तो कोई राजनीति कैसे करेगा? राजनीति के लिए निरंतर प्रयास होना चाहिए।
अप्रैल-मई में बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी की जीत के बाद किशोर ने कांग्रेस में भूमिका के लिए गांधी परिवार से मुलाकात की थी। लेकिन जल्द ही बातचीत टूटने की खबरें आने लगीं क्योंकि किशोर पार्टी को पूरी तरह से बदलने के लिए खुली छूट चाहते थे। इसके बाद से ही वह कांग्रेस नेतृत्व पर हमलावर हैं।
उनका मानना है कि कांग्रेस 2024 के राष्ट्रीय चुनाव के लिए किसी भी विपक्षी रणनीति में बड़े भाई की भूमिका निभा सकती है, लेकिन अपने वर्तमान नेतृत्व में नहीं।
अक्टूबर में किशोर ने गोवा में कहा था कि भाजपा कई दशकों तक कहीं नहीं जा रही है और राहुल गांधी के साथ समस्या यह है कि उन्हें इसका एहसास नहीं है।