नई दिल्ली: भारत के सर्वाधिक सम्मानित राजनेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का सोमवार की शाम निधन हो गया। मुखर्जी के निधन पर प्रियंका गांधी ने संवेदना जताई है।
प्रियंका ने कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी का निधन पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। प्रणब दा पूरे कांग्रेस परिवार का मार्गदर्शन करने वाले अभिभावक एवं एक कुशल राजनेता थे। विनम्र श्रद्धांजलि। ईश्वर इस दुख की घड़ी में उनके परिजनों को दुख सहने का साहस दे।'
साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख प्रकट करते हुए सोमवार को कहा कि देश ने स्वतंत्र भारत के एक महान नेता को खो दिया है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जताया दुखाया
सिंह ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘ पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ। हमारे देश ने स्वतंत्र भारत के एक महान नेता को खो दिया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों ने भारत सरकार में बहुत नजदीक के साथ काम किया। मैं उनके विवेक, व्यापक ज्ञान और सार्वजनिक जीवन के उनके अनुभव पर निर्भर करता था।’’
सिंह ने कहा कि वह इस दुखद घड़ी में मैं उनके परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। प्रणब मुखर्जी का सोमवार को यहां एक सैन्य अस्पताल में निधन हो गया । यह जानकारी उनके पुत्र अभिजीत ने दी। मुखर्जी 84 वर्ष के थे। मुखर्जी को गत 10 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की
सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर सोमवार को सात दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। एक बयान में गृह मंत्रालय ने कहा कि दिवंगत सम्मानीय नेता के सम्मान में भारत में 31 अगस्त से लेकर छह सितंबर तक राजकीय शोक रहेगा। बयान में कहा गया है कि राजकीय शोक के दौरान देश भर में उन सभी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा जहां ध्वज लगा रहता है ।
मंत्रालय ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के राजकीय अंतिम संस्कार की तारीख, समय और स्थल की जानकारी बाद में दी जाएगी। मुखर्जी का सोमवार को यहां सेना के रिसर्च एडं रेफरल अस्पताल में निधन हो गया। वह 84 साल के थे।