प्रकाश पर्व: तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब को दुल्हन की तरह सजाया गया, रंग बिरंगे बत्तियों से रौशन हुआ पूरा इलाका
By एस पी सिन्हा | Published: December 30, 2022 03:43 PM2022-12-30T15:43:41+5:302022-12-30T15:50:05+5:30
हर साल की तरह इस बार भी पटना साहिब गुरूद्वारे से लेकर रेलवे स्टेशन सहित पूरे इलाके की छटा देखते ही बन रही है। पूरा इलाके को रंग बिरंगे बत्तियों से रौशन किया गया है।
पटना: गुरु गोविंद सिंह महाराज का 356वां का प्रकाश पर्व पटना साहिब गुरुद्वारा में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यहां सिख समुदाय के लाखों लोग देश-विदेश से मत्था टेकने पहुंचे हैं। तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। गुरूद्वारे से लेकर रेलवे स्टेशन सहित पूरे इलाके की छटा देखते ही बन रही है। पूरा इलाके को रंग बिरंगे बत्तियों से रौशन किया गया है। यहां श्रद्धालु आ रहे हैं और माथा टेककर अपनी मन्नत मांग रहे हैं।
पटना साहिब के सुपरिटेंडेंट दलजीत सिंह ने बताया की यह प्रकाश पर्व तीन दिनों तक चलेगा। एक सप्ताह पहले से प्रकाश पर्व को लेकर रोज प्रभात फेरी निकाली जा रही थी। आज भी सिख संगतों ने तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा से बड़ी प्रभातफेरी निकाली, जो कई रास्ते होते हुए वापस तख्त साहब पहुंची। इस बड़ी प्रभात फेरी में देश-विदेश से आये सिख श्रद्धालुओं ने भाग लिया। वहीं कई ने करतब दिखाकर लोगों को निहाल कर दिया। हर जगह वाहेगुरु की गूंज से पूरा वातावरण गुरुमय हो गया।
उल्लेखनीय है कि गुरु गोविंद सिंह जी सिखों के 10वें गुरु थे। गुरु गोविंद सिंह का जन्म नौवें सिख गुरु के घर पटना के साहिब में पौष शुक्ल सप्तमी संवत् 1723 यानि की 22 दिसंबर 1666 को हुआ था। उनके बचपन का नाम गोविन्द राय था। 1670 में गुरु गोबिंद सिंह का परिवार पंजाब में आ गया। गुरु गोबिंद सिंह की जयंती को गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व भी कहा जाता है।
गुरु गोबिंद सिंह जयंती हर साल दिसंबर या जनवरी माह में पड़ता है। हालांकि गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व कब होगा, यह सिखों के नानकशाही कैलेंडर के आधार पर तय होता है। इस दिन देश-दुनिया के सभी गुरुद्वारों में प्रकाश पर्व मनाया जाता है। इस दिन सिख समुदाय के लोग एक दूसरे का शुभकामनाएं और बधाइयां देते हैं, साथ ही गुरु गोबिंद सिंह जी के बताए धर्म के मार्ग पर चलने का प्रण लेते हैं।