Video: उमा भारती से मिलकर फूट-फूट कर रोईं साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, उमा ने सिर झुकाकर किया प्रणाम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 29, 2019 01:10 PM2019-04-29T13:10:41+5:302019-04-29T13:10:41+5:30
भोपाल सीट पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है। 29 सितम्बर, 2008 को मालेगांव में हुये बम धमाकों के मामले में प्रज्ञा आरोपी हैं
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से मुलाकात की है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर बीजेपी की भोपाल की प्रत्याशी हैं। उमा भारती ने प्रज्ञा ठाकुर से मुलाकात कर उन्हें जीत के लिए बधाई दी है। इस मुलाकात की वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि उमा भारती से मिलकर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर काफी भावुक हो गईं थी। साध्वी प्रज्ञा खुद उमा भारती से मिलने उनके आवास पहुंचीं थी।
वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर उमा भारती को गले लगाकर काफी रोने लगती हैं तो उमा उनके आंसू पोछ रही हैं। इसके साथ ही साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उमा भारती अपने हाथ से कुछ खिला रही हैं। वीडियो में ये भी दिख रहा है कि उमा भारती ने साध्वी प्रज्ञा को सिर झुकाकर प्रणाम किए।
#WATCH Madhya Pradesh: Pragya Singh Thakur, BJP's LS candidate from Bhopal breaks down while meeting Union Minister and senior BJP leader Uma Bharti in Bhopal. pic.twitter.com/SqcvJPCfnZ
— ANI (@ANI) April 29, 2019
ये तस्वीर उमा भारती के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने साध्वी प्रज्ञा को महान संत बताते हुए कहा था कि उनसे मेरी तुलना मत कीजिए। उनके इस बयान को प्रज्ञा पर तंज के तौर पर देखा जा रहा था। जिसके बाद उमा भारती ने कल रात एक के बाद एक सात ट्वीट कर सफाई दी है।
उमा ने ट्वीट कर कहा...
पहला ट्वीट- भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा पर मेरा एक बयान आया है। उसमें से दो बातें गायब हैं,
दूसरा ट्वीट- पहला, सवाल पूछने वाले ने पूछा क्या था और दूसरा मेरा पूरा उत्तर क्या था ?
तीसरा ट्वीट - जो सवाल पूछा गया उसका मतलब यह था कि ‘क्या मैं साध्वी प्रज्ञा को खुद से छोटा या बड़ा संत मानती हूं ?
चौथा ट्वीट - साध्वी जी ने सिद्ध संत अवधेशानंद जी महाराज से सन्यास लेने के बाद अपना स्वयं का अखाड़ा बनाया है तथा उनके अपने अनुयायी भी हैं। वह सन्यासियों की परंपरा से जुड़ी हुई संत हैं।
पांचवां ट्वीट- मैं कृष्ण भक्ति संप्रदाय में वैष्णव मार्ग में दीक्षित हूं।मेरे गुरू कर्नाटक उड़ुपी पीठ के श्री पेजावर स्वामी जी हैं।किंतु, मैंने कोई आश्रम, कोई शिष्य या अनुयायी नहीं बनाया है।मेरा वैष्णव परंपरा में दीक्षित होकर सन्यासी होना निजी विषय है।यह मेरे और मेरे गुरू जी के बीच का विषय है।
छठा ट्वीट- साध्वी प्रज्ञा जी एक अखाड़े की प्रमुख हैं तथा उन्होंने निजी जीवन में बहुत कष्ट झेले हैं, इसी कारण से मैंने उपरोक्त टिप्पणी की।
सातवां ट्वीट- मैं आज भोपाल में आ गई हूं, उनके लिए चुनाव प्रचार में भी भाग लूंगी। मैं उनका बहुत आदर करती हूं तथा उनके प्रति बहुत संवेदनशील हूं। मेरी टिप्पणी को आप इसी संदर्भ में लीजिए।
भोपाल सीट पर प्रज्ञा ठाकुर का मुख्य मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है। 29 सितम्बर, 2008 को मालेगांव में हुये बम धमाकों के मामले में प्रज्ञा आरोपी हैं और तकरीबन नौ साल जेल में रहीं हैं। इस बहुचर्चित मामले में वह इन दिनों जमानत पर चल रही हैं।