पॉजिटिव स्टोरी: राजस्थान के 22 साल के कारपेंटर को विकिपीडिया ने बनाया संपादक, साधारण मोबाइल से लिखे 1800 आर्टिकल
By अनुराग आनंद | Published: January 11, 2021 03:17 PM2021-01-11T15:17:26+5:302021-01-11T15:19:36+5:30
राजू जांगिड के मेहनत को देखते हुए 2016 में विकिपीडिया ने उन्हें एक लैपटॉप और एक मुफ्त इंटरनेट कनेक्शन दिया था। तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है।
नई दिल्ली: एक कहावत है कि दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से इंसान किसी भी चुनौतियों का सामना कर सकता है। यही नहीं मेहनती और संकल्पित इंसान अपने बड़े से बड़े सपनों को साकार कर सकता है। राजस्थान के राजू जांगिड नाम के एक बढ़ई (कारपेंटर) ने इसे काफी हद तक सही साबित कर दिखाया है।
इसे अपनी मातृभाषा हिंदी के प्रति प्रेम कहें या कुछ नया करने का उनका जुनून जो बीच में स्कूली पढ़ाई छोड़ चुके पेशे से एक कारपेंटर(बढ़ई) एक विकिपीडिया संपादक में बदल गया और अपने साधारण पुराने मोबाइल से उन्होंने इसके पेज के लिए 1,800 आर्टिकल लिख डाले।
विकिपीडिया पर 57,000 पृष्ठों का संपादन भी किया-
यही नहीं उन्होंने मोबाइल के हिंदी वर्णमाला वाले कीपैड का उपयोग करके विकिपीडिया पर 57,000 पृष्ठों का संपादन भी किया। टाइम्स नाऊ के अनुसार, उनके जुनून को देखते हुए, 2016 में विकिपीडिया ने उन्हें एक लैपटॉप और एक मुफ्त इंटरनेट कनेक्शन दिया था। तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है।
अब राजू जांगिड विकिपीडिया टीम के अहम हिस्सा बन गए हैं। वह उच्च गुणवत्ता की साइबर सामग्री को क्यूरेट कर रहे हैं और एक विकिपीडिया संपादक के रूप में कई साइबर सम्मेलनों में भाग ले रहे हैं।
जोधपुर जिले के एक छोटे से गांव से हैं राजू जांगिड
राजू जांगिड जोधपुर जिले के एक छोटे से गांव से आते हैं। अपनी मातृभाषा हिंदी के प्रति उनके प्रेम ने उन्हें विकिपीडिया संपादक बना दिया। खबरों के अनुसार, जांगिड ने यह सबकुछ अपने उस मोबाइल के बल पर किया है, जो काफी महंगा भी नहीं बल्कि एक सामान्य सा मोबाइल था और जिसमें अंग्रेजी और हिंदी दोनों के कीपैड थे। अपने इसी मोबइल से जांगिड ने अपने सपने को साकार किया।
"गांव के बारे में विकिपीडिया पर सारी अहम जानकारी अपलोड करना चाहते थे"
राजू जांगिड बताते हैं कि विकिपीडिया पर इन लेखों को टाइप करने का एकमात्र कारण यह था कि मुझे इस वेबसाइट पर हिंदी में अपने गांव के बारे में कुछ भी जानकारीपूर्ण नहीं मिला था। ऐसे में मैं अपने गांव के बारे में विकिपीडिया पर सारी अहम जानकारी अपलोड करना चाहता था। जांगिड़ ने बताया कि उसने कक्षा 12 में स्कूल छोड़ दिया था। लेकिन, किसी तरह से बाद में 12वीं पास करने के बाद बढ़ई के काम और विकिपीडिया पर लिखने के साथ ही बीए की पढ़ाई भी पूरी की।