तीखे से तीखे सवाल करें राजनीतिक दल, सरकार को जवाब देने का मौका भी दें: प्रधानमंत्री

By भाषा | Updated: July 19, 2021 11:58 IST2021-07-19T11:58:56+5:302021-07-19T11:58:56+5:30

Political parties should ask sharp and sharp questions, give opportunity to the government to answer them: PM | तीखे से तीखे सवाल करें राजनीतिक दल, सरकार को जवाब देने का मौका भी दें: प्रधानमंत्री

तीखे से तीखे सवाल करें राजनीतिक दल, सरकार को जवाब देने का मौका भी दें: प्रधानमंत्री

नयी दिल्ली, 19 जुलाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को सांसदों और सभी राजनीतिक दलों से संसद के मानसून सत्र में तीखे से तीखे सवाल करने का आग्रह किया लेकिन साथ में यह भी कहा कि शांत वातावरण में वह सरकार को जवाब देने का मौका दें।

संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले पत्रकारों से चर्चा में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 सहित सभी मुद्दों पर यह सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार भी पूरी तरह तैयार है।

प्रधानमंत्री ने दोनों सदनों के नेताओं से मंगलवार की शाम कुछ समय निकालने का आग्रह किया और कहा कि वह महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उन्हें भी देना चाहते हैं।

उन्होंने टीका लगाने वालों को ‘‘बाहुबली’’ करार दिया और कहा कि अब तक चालीस करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है और आगे भी यह सिलसिला तेज गति से जारी रहेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना ऐसी महामारी है जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया हुआ है... पूरी मानव जाति को अपने चपेट में लिया हुआ है। इसलिए हम चाहते हैं कि संसद में भी इस महामारी के संबंध में सार्थक चर्चा हो। प्राथमिकता देते हुए इस पर चर्चा हो।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि सार्थक चर्चा से सांसदों के भी कई सारे सुझाव मिलेंगे और महामारी के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ कमियां रह गई हों तो उसमें भी सुधार किया जा सकता है। इस लड़ाई में सभी साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं। मैंने सदन के सभी नेताओं से भी आग्रह किया है कि कल शाम को अगर वह समय निकालें तो महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उनको भी मैं देना चाहता हूं।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के मुद्दे पर वह सभी मुख्यमंत्रियों और अन्य मंचों पर भी लोगों से चर्चा करते रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘यह सत्र परिणाम देने वाला हो। सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो। देश की जनता जो जवाब चाहती है, वह जवाब देने की सरकार की पूरी तैयारी है। मैं सभी सांसदों और राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि वह तीखे से तीखे सवाल पूछे ...हर बार सवाल पूछे...लेकिन शांत वातावरण में सरकार को जवाब देने का मौका भी दें।’’

उन्होंने कहा कि जनता के पास ‘‘सत्य’’ पहुंचाने से लोकतंत्र को भी ताकत मिलती है, जनता का भी विश्वास बढ़ता है और देश की प्रगति की गति भी तेज होती है।

उन्होंने कहा कि करीब सभी सांसदों को कोरोना रोधी टीके की दोनों खुराक लग चुकी है और उम्मीद जताई कि संसद की कार्यवाही कवर वाले पत्रकारों ने भी टीके की कम से कम पहली खुराक ले ली होगी।

उन्होंने कहा कि इसके बावजूद सभी सांसदों को कोरोना संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करने में सहयोग देना होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह टीका जो है बाहू पर लगता है और जब लग जाता है तो आप सब बाहुबली बन जाते हैं। कोरोना के खिलाफ लड़ने के लिए बाहुबली बनने का एक ही उपाय है कि आप अपनी बाहू पर टीका लगवा दीजिए। अब तक 40 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बाहुबली बन चुके हैं। आगे भी इस काम को तेज गति से आगे बढ़ाया जा रहा है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Political parties should ask sharp and sharp questions, give opportunity to the government to answer them: PM

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे