अगले महीने बिहार में चढ़ेगा सियासी पारा, भाजपा और महागठबंधन दिखाएंगी ताकत
By एस पी सिन्हा | Published: May 31, 2023 03:40 PM2023-05-31T15:40:47+5:302023-05-31T15:43:46+5:30
एक ओर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी विपक्षी एकता की मजबूती को दिखाने के लिए ताल ठोंक चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने भी नीतीश की काट के लिए अपने सबसे बड़े हथियार नरेंद्र मोदी पर दांव खेला है
पटना: बिहार में जून माह में मौसम की तपिश के साथ ही सियासी पारा भी चढ़ जाएगा। जून माह में देह झुलसा देने वाली गर्मी के बीच सियासी दल एक दूसरे पर शब्दबाणों की बौछार करेंगे। एक ओर जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी विपक्षी एकता की मजबूती को दिखाने के लिए ताल ठोंक चुके हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने भी नीतीश की काट के लिए अपने सबसे बड़े हथियार नरेंद्र मोदी पर दांव खेला है।
12 जून को विपक्षी दलों की एक बड़ी बैठक होने जा रही है, तो दूसरी तरफ भाजपा भी चार बड़ी रैलियां करने जा रही है। जिसमें एक रैली में पीएम मोदी के भी शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि विपक्षी पार्टियों की महा बैठक के बाद पीएम मोदी कभी भी बिहार का दौरा कर सकते हैं, जहां वह एक जनसभा का संबोधन कर सकते हैं।
हालांकि अभी तारीख तय नहीं है, लेकिन बताया जा रहा है कि 15 जून के बाद पीएम मोदी बिहार आएंगे। जबकि अन्य रैलियों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत कई अन्य बड़े नेता मौजूद रहेंगे। इस दौरान अब तक के 9 साल के दौरान भाजपा सरकार की तरफ से किए गए कार्यों का हिसाब लोगों के बीच दिया जायेगा और महागठबंधन समेत नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला जायेगा।
पीएम मोदी के दौरे की जानकारी देते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बताया कि हम लोंगों ने पीएम के बिहार दौरे के लिए समय की मांग की थी, अब लगभग उनके दौरे की सहमति बन गई है। उन्होंने बताया कि 15 जून के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम बिहार के लिए हो सकता है।
उधर, भाजपा विरोधी दलों के द्वारा 12 जून को बैठक कर यह रणनीति तैयार की जाएगी कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के खिलाफ लोगों को कैसे एकजुट किया जाए और विपक्ष के तरफ से पीएम का चेहरा किसे बनाया जाए।