गाजीपुर में पीएम की रैली के बाद पथराव मामले में पुलिस ने 12 लोगों को किया अरेस्ट, कांस्टेबल की हुई थी मौत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 30, 2018 11:06 AM2018-12-30T11:06:48+5:302018-12-30T12:36:41+5:30
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृत सिपाही के परिजनों को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता, एक परिजन को नौकरी तथा असाधारण पेंशन दिये जाने के निर्देश दिये हैं।
पीएम मोदी की रैली से लौट रहे लोगों पर राष्ट्रीय निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पथराव मामले में पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही में 32 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। बता दें कि कल गाजीपुर में प्रधानमंत्री मोदी की रैली थी, रैली से लौट रहे लोगों पर स्थानीय पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पत्थरों से हमला किया और इस हमले में पुलिस कांस्टेबल सुरेश वत्स की मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला
गाजीपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के बाद राष्ट्रीय निषाद पार्टी ने रैली से लौट रही गाड़ियों पर पथराव किया। दरअसल निषाद पार्टी आरक्षण को लेकर शहर में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे थे। गाजीपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने 'भाषा' को टेलीफोन पर बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के कारण राष्ट्रीय निषाद पार्टी के कार्यकर्ता शहर में जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे थे जिनको पुलिस प्रशासन ने रोक रखा था।
कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब प्रधानमंत्री शहर से चले गये तब पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर में कई जगहों पर जाम लगा दिया और रैली से लौट रहे वाहनों पर पथराव करने लगे। इस जाम को खुलवाने में जिले के थाना करीमुद्दीन पुर में पदस्थ सिपाही सुरेश वत्स (48) भी लगे हुये थे। पथराव में एक पत्थर सुरेश के सिर में भी लग गया और वह बुरी तरह से जख्मी हो गये। उन्हें तुंरत अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
एएनआई एजेंसी ने एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियों में प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव करते हुए दिखाई दे रहे है। इस पथराव में एक पुलिसकर्मी की मौत और दो स्थानीय लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। यह पथराव नोनहरा थाने के कठवा मोड़ चौकी के पास हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृत सिपाही के परिजनों को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता, एक परिजन को नौकरी तथा असाधारण पेंशन दिये जाने के निर्देश दिये हैं।