नीरव मोदी ने कंपनी के एक डायरेक्टर को दी थी जान से मारने की धमकी, CBI ने चार्जशीट की और मजबूत
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 21, 2019 11:50 AM2019-12-21T11:50:23+5:302019-12-21T11:50:23+5:30
सीबीआई ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ चार्जशीट में आपराधिक धमकी के आरोप तय किए हैं। सीबीआई आरोप तय किया है कि नीरव मोदी की कंपनी के एक डायरेक्टर ने जब भारत लौटने की इच्छा जताई थी तो उसे जान से मारने की धमकी मिली थी।
13 हजार करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के आरोपी नीरव मोदी ने अपनी कंपनी के एक डायरेक्टर को जान से मारने की धमकी दी थी। यह जानकारी सीबीआई ने दी जोकि नीरव मोदी के खिलाफ आरोपपत्र और मजबूत कर रही है। नीरव मोदी को भगोड़ा घोषित किया जा चुका है और लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत उसके प्रत्यर्पण को लेकर मुकदमा चल रहा है। इस दौरान वह लंदन की वैंड्सवर्थ जेल में बंद हैं।
टीओआई की खबर के मुताबिक, सीबीआई ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ चार्जशीट में आपराधिक धमकी के आरोप तय किए हैं। खबर में कहा गया है कि जब उनकी कंपनी के एक डायरेक्टर ने भारत लौटने की इच्छा जताई थी तो नीरव मोदी ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी।
शुक्रवार (20 दिसंबर) को विशेष न्यायाधीश के समक्ष सीबीआई ने जो दस्तावेज जमा किए उनमें मौजूदा 25 आरोपियों के अलावा पांच और अभियुक्तों के नाम जोड़े। इनमें बैंक के निलंबित महाप्रबंधक संजय प्रसाद, नेहाल मोदी, नीरव मोदी का भाई, मोदी के स्वामित्व वाली फायरस्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व वाइस प्रेसिडेंट अमित मागिया और हांगकांग में मोदी और मिहिर भंसाली की कंपनियों में से एक के निदेशक संदीप मिस्त्री शामिल हैं। सीबीआई ने सभी आरोपियों पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप तय किया है।
सीबीआई के विशेष सरकारी वकील ए लिमोसिन ने बताया कि अदालत ने संजय प्रसाद के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने बताया कि सीबीआई लंदन की अदालत के समक्ष दस्तावेज जमा करना चाहती है जहां नीरव मोदी के प्रत्यर्पण से संबंधी कार्यवाई अगले महीने शुरू होने की उम्मीद है।
बता दें कि ब्रिटेन की अदालत ने हाल में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की हिरासत की अवधि बढ़ा दी थी और उन्हें दो जनवरी को जेल से वीडियो लिंक के जरिये पेश होने के लिए कहा था।
नीरव मोदी पीएनबी की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रत्यर्पण कार्रवाई से बचने के लिए लड़ाई लड़ रहा है।