जम्मूः पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर दौरा कर रहे हैं। 6 जून को इतिहास बनने जा रहे समारोह की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रदेश प्रशासन और केंद्रीय एजेंसियां कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। यही कारण है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक की रेल यात्रा के शुभारंभ की खातिर आपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रदेश के दौरे के दौरान चिड़िया भी पर न मार सके जैसी फूल प्रूफ सुरक्षा के लिए हजारों सैनिक जमीन से आसमान तक सुरक्षा प्रदान करने में जुटे हैं।
उनकी मदद को सैंकड़ों ड्रोन, लड़ाकू हेलिकाप्टर और मुश्की कुत्ते भी तैनात हैं। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर जम्मू कश्मीर में अधिकतम हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और वरिष्ठ पुलिस, अर्धसैनिक बल, सेना और खुफिया अधिकारी व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम स्थलों पर और उसके आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और कड़ी निगरानी के लिए ड्रोन समेत नवीनतम उपकरण तैनात किए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी 272 किलोमीटर लंबे उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेलवे लिंक के पूरा होने पर वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने से पहले भारत की इंजीनियरिंग उत्कृष्टता के प्रतीक चिनाब पुल और भारत के पहले केबल-स्टेड अंजी पुल का उद्घाटन करने वाले हैं, जो घाटी को सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
अधिकारियों के बकौल, घुसपैठ और राष्ट्रविरोधी तथा विध्वंसकारी तत्वों की आवाजाही को रोकने के लिए सीमाओं और अंदरूनी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के तहत इलाके में दबदबा बढ़ाने और संदिग्ध व्यक्तियों के घरों पर छापेमारी तेज कर दी गई है, जिनमें ओवर ग्राउंड वर्कर और सीमा पार से सक्रिय आतंकवादियों के रिश्तेदार शामिल हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए आपरेशन सिंदूर के बाद मोदी की यह केंद्र शासित प्रदेश की पहली यात्रा होगी, जिसमें 22 अप्रैल को 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे। मोदी रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों के ऊपर वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आधार शिविर कटरा में 46,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, उनका उद्घाटन करेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
लगभग 43,780 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 272 किलोमीटर लंबी यूएसबीआरएल परियोजना में 36 सुरंगें (119 किलोमीटर तक फैली हुई) और 943 पुल शामिल हैं। यह परियोजना कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच हर मौसम में निर्बाध रेल संपर्क स्थापित करती है जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय गतिशीलता को बदलना और सामाजिक-आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री मोदी श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर और वापस दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे। वे निवासियों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और अन्य लोगों के लिए एक तेज़, आरामदायक और विश्वसनीय यात्रा विकल्प प्रदान करेंगे।
यात्रियों के लिए शनिवार से शुरू हो जाएगी कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन सेवा
जम्मू कश्मीर में कटरा से श्रीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेन सेवा सात जून से व्यावसायिक परिचालन प्रारंभ करेगी। उत्तर रेलवे ने बृहस्पतिवार को यह घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। एक अधिकारी ने बताया कि उद्घाटन के बाद यात्रियों को आईआरसीटीसी के पोर्टल पर इन ट्रेनों के टिकट बुक करने का विकल्प मिल जाएगा।
उत्तर रेलवे के अनुसार कटरा से श्रीनगर के बीच दो वंदे भारत ट्रेन दिन में चार चक्कर लगाएंगी। उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘इस ट्रेन में दो श्रेणियां चेयर कार (सीसी) और एक्जिक्यूटिव क्लास (ईसी) हैं और इनका टिकट मूल्य क्रमश: 715 रुपये और 1,320 रुपये है।’’
पहली ट्रेन कटरा से सुबह 8:10 बजे चलेगी और 11:08 बजे श्रीनगर पहुंचेगी। यही ट्रेन अपराह्न 2 बजे श्रीनगर से वापस आएगी और शाम 4:58 बजे कटरा पहुंचेगी। यह ट्रेन सेवा मंगलवार को उपलब्ध नहीं होगी। इसी तरह एक और ट्रेन कटरा से अपराह्न 2:55 बजे चलेगी और शाम 5:53 बजे श्रीनगर पहुंचेगी।
यही ट्रेन अगले दिन सुबह 8 बजे श्रीनगर से वापस आएगी। यह सेवा बुधवार को संचालित नहीं होगी। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘लगभग 3 घंटे की यात्रा के दौरान, अभी ट्रेनें केवल बनिहाल में रुकेंगी, लेकिन बाद में अन्य ठहराव पर भी निर्णय लिया जाएगा।’’