PM मोदी आज 'मन की बात' में देशवासियों को करेंगे संबोधित, चीन सहित इन मुद्दों का कर सकते हैं जिक्र
By स्वाति सिंह | Published: June 28, 2020 07:01 AM2020-06-28T07:01:54+5:302020-06-28T07:01:54+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (28 जून) को सुबह 11 बजे रेडियो पर 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से जुड़ेगे। रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का 66वां एपिसोड होगा।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (28 जून) को रेडियो पर 'मन की बात' कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी ने शनिवार को अपने ट्विटर हैंडल पर खुद ही रविवार को सुबह 11 बजे मन की बात कार्यक्रम में पेश होने की जानकारी दी। रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का 66वां एपिसोड होगा। माना जा रहा है कि इस दौरान वे चीन के साथ चल रही तनातनी और प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की तरफ से अपनाए जा रहे हमलावर रुख को लेकर आम जनता के सामने अपना पक्ष रख सकते हैं।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से 28 जून को पीएम के मन का बात सुनने की भी अपील की है। बीजेपी की तरफ से कहा गया है कि सभी बीजेपी पदाधिकारी और कार्यकता इस बार पीएम के मन की बात प्रमुखता से सुने और इसे लोगों तक पहुंचाए। बता दें कि पिछले दो मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी देशवासियों से कोरोना संक्रमण पर संवाद कर चुके हैं।
Tune in tomorrow at 11 AM! #MannKiBaatpic.twitter.com/18L6NQo6sS
— Narendra Modi (@narendramodi) June 27, 2020
इससे पहले 31 मार्च को पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के मद्देनजर लोगों को आगाह किया था कि अगर जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकलें।
31 मार्च को पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम की प्रमुख बातें-
-हमारे रेलवे के साथी दिन-रात लगे हुए हैं। केंद्र हो, राज्य हो, स्थानीय स्वराज की संस्थाएं हो-हर कोई दिन रात मेहनत कर रहा है। जिस प्रकार रेलवे के कर्मचारी आज जुटे हुए हैं, वे भी एक प्रकार से अग्रिम पंक्ति में खड़े कोरोना वॉरियर्स ही हैं
-तमाम सावधानियों के साथ स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं, हवाई जहाज उड़ने लगे हैं, धीरे-धीरे उद्योग भी चलना शुरू हुआ है, ऐसे में हमें और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है, दो गज की दूरी का नियम हो, मुँह पर मास्क लगाने की बात हो, ये सारी बातों का पालन करें
-दो गज की दूरी का नियम हो, मास्क लगाने की बात हो, घर में रहना हो, ये सारी बातों का पालन करें, उसमें जरा भी ढिलाई नहीं बरतें
-इस महामारी के समय हम भारतवासियों ने ये दिखा दिया है, कि, सेवा और त्याग का हमारा विचार, केवल हमारा आदर्श नहीं है बल्कि भारत की जीवनपद्धति है।
-जो नुकसान हुआ है उसका दुःख हम सबको है लेकिन जो कुछ भी हम बचा पाएं हैं वो निश्चित तौर पर देश की सामूहिक संकल्पशक्ति का ही परिणाम है. इतने बड़े देश में हर-एक देशवासी ने ख़ुद, इस लड़ाई को लड़ने की ठानी है, ये पूरी मुहिम लोगों द्वारा चलाई जा रही है।
-हमारी जनसंख्या ज़्यादातर देशों से कई गुना ज़्यादा है। चुनौतियां भी भिन्न प्रकार की हैं लेकिन फिर भी हमारे देश में कोरोना उतनी तेजी से नहीं फैल पाया जितना दुनिया के अन्य देशों में फैला। कोरोना से होने वाली मृत्यु दर भी देश में काफी कम है
-पिछली बार की ‘मन की बात’ से इस बार स्थिति में काफ़ी सुधार हो चला है लकिन ऐसे में हमें और ज़्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है