PM मोदी-डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बात, भारत-चीन सीमा की स्थिति और अमेरिका में चल रहे प्रदर्शनों पर चर्चा
By स्वाति सिंह | Published: June 3, 2020 07:40 AM2020-06-03T07:40:01+5:302020-06-03T07:41:41+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मंगलवार को विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई जिनमें भारत-चीन सीमा पर स्थिति, कोविड-19 महामारी और डब्ल्यूएचओ में सुधार की जरूरत जैसे मुद्दे शामिल हैं।
नई दिल्ली: लद्दाख में चीन के साथ बढ़े तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात कर 'भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर चर्चा की। साथ ही इस दौरान पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच मंगलवार को कोविड-19 महामारी और डब्ल्यूएचओ में सुधार की जरूरत जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। एक सरकारी बयान में बताया गया कि टेलीफोन पर हुई बातचीत में ट्रंप ने मोदी को अगली जी-7 शिखर बैठक में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका आने का निमंत्रण दिया।
बयान में कहा गया कि मोदी ने 'अमेरिका में चल रही आंतरिक अशांति' पर चिंता जाहिर की और स्थिति के जल्द सामान्य होने की उम्मीद जताई। बयान में कहा गया है, 'दोनों नेताओं ने दोनों देशों में कोविड-19 की स्थिति, भारत-चीन सीमा पर स्थिति और विश्व स्वास्थ्य संगठन में सुधार की जरूरत जैसे मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।'
ट्रंप ने जी-7 समूह की अध्यक्षता के बारे में जानकारी दी और समूह का दायरा बढ़ाने की इच्छा से अवगत कराया ताकि भारत सहित महत्वपूर्ण देशों को इसमें शामिल किया जा सके। बयान में कहा गया है, 'इस परिप्रेक्ष्य में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका में आयोजित होने वाले अगले जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए निमंत्रण दिया।'
मोदी ने ट्रंप के 'रचनात्मक और दूरदर्शी रूख' की सराहना की और कहा कि कोविड-19 के बाद दुनिया की बदली हकीकत को ध्यान में रखते हुए इस तरह का विस्तारित मंच जरूरी होगा। मोदी ने कहा कि भारत, अमेरिका और अन्य देशों के साथ मिलकर प्रस्तावित शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए काम करके खुश होगा।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
ट्रंप ने फरवरी में भारत दौरे को याद किया। मोदी ने कहा कि दौरा कई मायने में ऐतिहासिक और यादगार रहा और इससे द्विपक्षीय संबंधों में नये आयाम जुड़े। वार्ता के बारे में मोदी ने ट्वीट किया, 'मेरे मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ गर्माहट भरी सार्थक चर्चा हुई। हमने जी-7 की अमेरिकी अध्यक्षता के लिये उनकी योजना, कोविड-19 महामारी और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की।'
Had a warm and productive conversation with my friend President @realDonaldTrump. We discussed his plans for the US Presidency of G-7, the COVID-19 pandemic, and many other issues.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 2, 2020
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-अमेरिका चर्चाओं की मजबूती और गहराई कोविड के बाद की वैश्विक संरचना में एक महत्वपूर्ण स्तंभ होगी। दोनों नेताओं के बीच ऐसे समय में बातचीत हुई है जब ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने मोदी से बात की है जो चीन के साथ सीमा मुद्दे को लेकर 'अच्छे मूड' में नहीं थे।
सरकार के सूत्रों ने यहां दोनों नेताओं के बीच ‘‘हाल में बातचीत’’ होने से इंकार किया था। ट्रंप ने भारत और चीन के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी की थी। दोनों नेताओं के बीच इससे पहले चार अप्रैल 2020 को हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) को लेकर बातचीत हुई थी।
जी-7 सम्मेलन में भारत को आमंत्रित करने की ट्रंप की योजना से चीन नाराज
समूह-7 (जी-7) शिखर सम्मेलन के लिए भारत, रूस, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया को आमंत्रित करने की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की योजना पर चीन ने नाराजगी भरी प्रतिक्रिया जतायी और कहा कि बीजिंग के खिलाफ किसी गुटबंदी का प्रयास नाकाम साबित होगा। समूह-7 दुनिया की शीर्ष सात विकसित अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और कनाडा शामिल हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा, ‘‘ चीन का मानना है कि सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सम्मेलनों को विभिन्न देशों के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने वाला होना चाहिए, जिससे बहुपक्षीयता कायम रह सके और विश्व शांति तथा विकास को बढ़ावा मिल सके।’’ उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि यह दुनिया भर के देशों की भारी बहुमत की भूमिका है। उन्होंने कहा कि चीन के खिलाफ कोई भी गुटबंदी का प्रयास विफल होगा। ट्रंप द्वारा भारत और तीन अन्य देशों को आमंत्रित किए जाने से चीन में बेचैनी की भावना है।