पीएम मोदी ने किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं को बताया, 2022 तक किसानों की आय कैसे होगी दोगुनी?
By आदित्य द्विवेदी | Published: May 2, 2018 10:01 AM2018-05-02T10:01:06+5:302018-05-02T10:01:06+5:30
NAMO App के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के किसान मोर्चा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। अपने संबोधन में बताई किसानों से जुड़ी ये प्रमुख बातें...
नई दिल्ली, 02 मईः भारतीय जनता पार्टी नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के किसान मोर्चा कार्यकर्ताओं को नमो ऐप के जरिए संबोधित किया। अपने संबोधन में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह पार्टी किसानों के प्रति असंवेदनशील है। कांग्रेस सेवा नहीं बल्कि किसानों के नाम पर राजनीति करती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का भी रोडमैप बताया। (कर्नाटक विधानसभा चुनाव से जुड़ी पूरी कवरेज के लिए यहां क्लिक कीजिए)
बिदार किसान मोर्चा के जिला सचिव अभिमन्यु नारिगुडे ने पीएम मोदी से पूछा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी कैसे हो जाएगी? इस सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहला काम विश्वास से बोलिए कि 2022 में किसान की आय दोगुना करके रहेंगे। किसान की आय बढ़ाने के लिए सरकार चार अलग-अलग स्तर पर फोकस कर रही हैः-
1. फसल की लागत कम किया जा सके
2. फसल की उचित कीमत मिले
3. फसल की बर्बादी कैसे रोका जाए
4. किसानों की अतिरिक्त आय कैसे हो
LIVE : PM Modi interacts with Kisan Morcha Karyakartas of @BJP4Karnataka#FarmersWithModihttps://t.co/O8d0qn6aQl
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) May 2, 2018
पीएम मोदी के किसान मोर्चा संबोधन की अन्य खास बातेंः-
- किसानों के प्रति कांग्रेस हमेशा भाषणों में सहानुभूति दिखाती है। लेकिन असलियत में वो असंवेदनशील है। अन्नदाता की सेवा करना बहुत बड़ा सौभाग्य होता है। कांग्रेस सेवा नहीं किसानों के नाम पर राजनीति करती है। किसान मोर्चा के सदस्यों को कांग्रेस को बेनकाब करना चाहिए।
- केंद्र सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है। येदियुरप्पा अपने अनुभव के साथ इसमें मदद करेंगे। जो काम 25-30 साल से अटका हुआ था उसे हमने 25-30 महीने में पूरा कर दिया। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना, किसान फसल बीमा योजना जैसी योजनाओं ने किसानों को सहारा दिया है।
- बहुतायत में निकलने वाले खर-पतवार को भी किसानों की आय से जोड़ने का काम किया जा रहा है। बांस से किसानों की होने वाली आय को देखते हुए सरकार ने पुराना कानून बदल दिया है।
- हमारे देश में लकड़ी का जितना उत्पादन होता है वो आवश्यकता से बहुत कम है। हर साल करोड़ों डॉलर खर्च करके हम लकड़ी बाहर से लाते हैं। किसान को अपने खेत में ऐसे पेड़ लगाने की आजादी हो जिसे वो अपनी आवश्यकता के अनुसार काट सके। हर मेड़ पर पेड़।
- पहले 1500 करोड़ रुपये में किसानों की योजना के गीत गाए जाते थे उसे हमने 30 हजार करोड़ कर दिया है। चुनाव तो आएंगे और जाएंगे। लेकिन मेरा किसान और ग्रामीण सामर्थ्यवान बने इसकी कोशिश की जा रही है।
- आने वाले दिनों में महिला मोर्चा, एससी-एसटी मोर्चा से भी बात करेंगे। जिस कर्नाटक में किसानों को योगी कहा गया है कि मैं ऐसे सभी किसान योगियों को प्रणाम करता हूं।
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