प्रधानमंत्री मोदी ने कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी

By भाषा | Published: August 22, 2021 03:39 PM2021-08-22T15:39:26+5:302021-08-22T15:39:26+5:30

PM Modi pays tribute to Kalyan Singh after paying his last respects | प्रधानमंत्री मोदी ने कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी

प्रधानमंत्री मोदी ने कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को लखनऊ पहुंचकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार किए जाने वाले कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी रविवार पूर्वाह्न लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित सिंह के आवास पर पहुंचे, जहां उनका पार्थिव शरीर रखा गया है। प्रधानमंत्री ने उनके अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने कल्याण सिंह के परिजन से मुलाकात कर उनके प्रति संवेदना प्रकट की। मोदी ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा कि कल्याण सिंह ने अपने नाम को सार्थक किया और जीवन भर लोगों के लिए काम करते हुए जनकल्याण को हमेशा प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह जनसामान्य के लिए प्रेरणा का प्रतीक बने। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे कल्याण सिंह के आदर्शों और संकल्पों के लिए अधिक से अधिक पुरुषार्थ करें और उनके सपनों को पूरा करने की कोशिश में कोई कमी ना रखें। उन्होंने कहा, "प्रभु श्री राम कल्याण सिंह जी को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके परिवार को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति दें। यहां के मूल्यों, आदर्शों, संस्कृतियों और परंपराओं में विश्वास करने वाले हर दु:खी जन को प्रभु राम ढांढस दें, मैं यही प्रार्थना करता हूं।" कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह ने कहा कि उनके पिता ने राम मंदिर आंदोलन के लिए ही जन्म लिया था। राजवीर सिंह ने लखनऊ स्थित आवास पर अपने पिता के अंतिम दर्शन के दौरान वहां लग रहे 'जय श्री राम' के नारों की तरफ इशारा करते हुए संवाददाताओं से कहा, "मेरे पिता का जन्म केवल इसी लिये हुआ था। वह राम मंदिर के निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध थे और अब वह राम से जा मिले हैं। वह अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण को देखेंगे। वह रामलला के पास पहुंच चुके हैं।" राजवीर ने रुंधे हुए गले से कहा कि उनके पिता की तरह उनका परिवार भी खुद को राम मंदिर के प्रति समर्पित कर देगा। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को विधान भवन और भाजपा प्रदेश कार्यालय भी ले जाया गया। मिर्जापुर से अपना दल-सोनेलाल की सांसद अनुप्रिया पटेल ने पार्टी दफ्तर में सिंह के अंतिम दर्शन किए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कल्याण सिंह को अपने पिता समान बताया और कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के साथ राजनीति के एक युग का भी समापन हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका निधन राष्ट्रवादी राजनीति के लिए बहुत बड़ी क्षति है। दीक्षित ने कहा कि कल्याण सिंह के नेतृत्व में राष्ट्रवाद ने उत्तर प्रदेश की सीमाओं को पार किया और यह भारत के विभिन्न हिस्सों में पहुंचा। उन्होंने कहा, ‘‘वह राष्ट्रवाद का बड़ा चेहरा थे। वह एक सख्त प्रशासक थे और अगर उनका कोई करीबी व्यक्ति भी गलत काम करता था तो वह उसके खिलाफ कार्रवाई करने से कभी नहीं हिचकते थे।’’ उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन को एक निष्कर्ष तक लेकर गए और एक ऐसी सेना तैयार की जिसने राष्ट्रवाद को जागृत किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बसपा (बहुजन समाज पार्टी) प्रमुख मायावती ने भी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजनाथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उनसे (कल्याण सिंह) कहते थे कि हम भूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं, मगर आप अभूतपूर्व मुख्यमंत्री हैं। इस पर वह मुस्कुरा देते थे। मैंने कल्याण सिंह जी को हमेशा बड़े भाई के तौर पर माना।’’ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का शनिवार रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई (संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान) में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। वह पिछले काफी समय से बीमार थे। पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए लोक भवन और प्रदेश भाजपा कार्यालय में रखे जाने के बाद अलीगढ़ ले जाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुये प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उन्होंने 23 अगस्त को एक दिन का सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की हैं। सिंह का अंतिम संस्कार 23 अगस्त को नरौरा में गंगा तट पर किया जायेगा। कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार थे और छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस घटना के बाद सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सिंह को पिछली चार जुलाई को संक्रमण तथा स्वास्थ्य संबंधी कुछ अन्य समस्याएं होने पर एसजीपीजीआई के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया था। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और शनिवार रात उनका निधन हो गया।

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Web Title: PM Modi pays tribute to Kalyan Singh after paying his last respects

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