पीएम मोदी ने काग्रेस और NCP को दी चुनौती, कहा- घोषणा पत्र में शामिल करें अनुच्छेद 370 को बहाल करने का वादा
By भाषा | Published: October 14, 2019 06:04 AM2019-10-14T06:04:56+5:302019-10-14T06:04:56+5:30
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर “महज जमीन का टुकड़ा नहीं बल्कि भारत का ताज है।” साथ ही उन्होंने कहा कि वहां पिछले 40 सालों से जो स्थिति थी, उसे सामान्य करने में चार महीने का भी समय नहीं लगेगा।
अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने के मुद्दे पर कांग्रेस और राकांपा पर अपना हमला तेज करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को उन्हें अपने घोषणा पत्र में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले रद्द प्रावधानों को बहाल करने की चुनौती दी। उन्होंने विपक्षी दलों पर अनुच्छेद 370 के मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा लग रहा है कि अनुच्छेद 370 पर विपक्ष “पड़ोसी देश की जुबान बोल रहा है।”
महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले अपनी पहली रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर “महज जमीन का टुकड़ा नहीं बल्कि भारत का ताज है।” साथ ही उन्होंने कहा कि वहां पिछले 40 सालों से जो स्थिति थी, उसे सामान्य करने में चार महीने का भी समय नहीं लगेगा। मोदी ने विपक्षी दलों पर अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करने के “अभूतपूर्व” निर्णय का “राजनीतिकरण” करने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री ने पूर्वी महाराष्ट्र में भंडारा के सकोली में एक अन्य रैली को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व भले ही ‘‘चुनौतीपूर्ण समय’’ का सामना कर रहा है लेकिन भारत इसका मुकाबला करने के लिए मजबूत है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया गया लेकिन उनकी सरकार इस पर ध्यान दे रही है।
उन्होंने कहा कि गांवों में बुनियादी संरचना के विकास पर 25 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मोदी ने जलगांव में कांग्रेस और राकांपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को रद्द करने के “अभूतपूर्व” निर्णय का “राजनीतिकरण” कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता जम्मू-कश्मीर को लेकर पूरे राष्ट्र की भावनाओं के ठीक उलट सोचते हैं।
अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहाने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए, उन्होंने कहा, “मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर उनमें हिम्मत है, वे राज्य के चुनाव और भविष्य के चुनावों के लिए भी अपने घोषणापत्र में ऐलान करें कि वे अनुच्छेद 370 और 35ए के रद्द प्रावधानों को बहाल करेंगे जिन्हें भाजपा, मोदी सरकार ने रद्द कर दिया..कहें कि वे पांच अगस्त के फैसले को बदल देंगे।”
मोदी ने विपक्षी दलों से कहा, “घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें।” इस कदम (अनुच्छेद 370 के प्रावधान हटाने) की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि पहले यह “अकल्पनीय” था कि ऐसा कोई फैसला लिया जाएगा। मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में वाल्मीकि समुदाय के सदस्यों को मानवाधिकारों से भी वंचित रखा गया।
उन्होंने कहा, “आज, मैं भगवान वाल्मीकि के सामने झुक कर कह सकता हूं कि मुझे उन भाइयों को अपनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।” मोदी ने कहा कि भाजपा नीत सरकार की कथनी-करनी में कोई फर्क नहीं है। उन्होंने ‘तीन तलाक’ प्रतिबंधित करने के मुद्दे को लेकर भी विपक्ष पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे मुस्लिम बहनों को न्याय मिलते नहीं देख पा रहे है। उन्होंने कहा, “लेकिन मैंने मुस्लिम भाई-बहनों से किए गए वादों को पूरा किया।” और विपक्ष को “तीन तलाक चलन में वापस लाने की” चुनौती भी दी।
विपक्ष पर तंज कसते हुए मोदी ने बिना किसी दल का नाम लेते हुए कहा कि “थके हुए सहयोगी” एक-दूसरे को समर्थन दे सकते हैं लेकिन महाराष्ट्र और उसके युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर सकते। बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे ने हाल में कहा था कि उनकी पार्टी और राकांपा दोनों “थक गए हैं।” राकांपा प्रमुख शरद पवार का नाम लिए बिना मोदी ने एक वीडियो क्लिप का संदर्भ भी दिया जिसमें पवार नजर आ रहे हैं और आरोप लगाया कि उन्होंने अकोला में चुनावी रैली में माला पहनाए जाने के दौरान पार्टी के एक कार्यकर्ता को धक्का दे दिया था।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता हूं कि क्या यह क्लिप सही है या नहीं...इतना बड़ा नेता जिनकी तस्वीरें कई वर्षों तक अखबारों में दिखाई दी, जो टीवी पर दिखाई दिये, लेकिन उनका दिल इतना छोटा है कि उन्होंने एक युवा कार्यकर्ता को कोहनी से धक्का मार दिया क्योंकि वह अंदर जाने का प्रयास कर रहा था।’’ उन्होंने भाजपा नीत राजग सरकार में फिर से विश्वास दिखाने के लिए यह कहकर लोगों का शुक्रिया अदा किया कि “सक्षम एवं मजबूत नये भारत” के लिए दिया गया उनका वोट देश को दुनिया में उसकी वाजिब जगह दिलाने में मदद करेगा।
मोदी ने कहा, “इस जनादेश के कारण भारत की आवाज दुनिया की प्रत्येक शक्ति सुन रही है..दुनिया पुनर्जीवित नये भारत को देख रही है। यह मोदी के कारण नहीं, आपके एक वोट के कारण है। मेरे देश के 130 करोड़ देशवासी इसके पीछे हैं।” भाजपा के लिये चुनाव प्रचार करते हुए उन्होंने राज्य के लोगों से मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को फिर से जीत दिलाने में सहयोग देने की अपील की। मोदी ने कहा, “फड़णवीस को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए लोगों का समर्थन मांगने महाराष्ट्र आया हूं।”
प्रधानमंत्री ने सकोली में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पहले जाति और समुदाय को ध्यान में रखकर योजनाएं बनायी जाती थीं, ‘‘हालांकि, मेरी सरकार के लिए केवल लोग मायने रखते हैं।’’ योजनाओं में किसान, गरीब, वंचित वर्ग पर ध्यान दिया जा रहा है। मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी और सहयोगियों को मिले जनादेश के लिए शुक्रिया जताते हुए कहा कि उनकी सरकार ‘नये भारत’ की पहचान बनाने के लिए नयी ऊर्जा के साथ काम कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम नए भारत की नयी पहचान बनाने के लिए नयी ऊर्जा के साथ काम कर रहे हैं। विश्व चुनौतीपूर्ण समय का सामना कर रहा है। लेकिन भारत इन चुनौतियों से मुकाबला करते हुए अब मजबूत हुआ है। आपने जो भरोसा जताया है, यह उस कारण से हो सका है। यह विश्वास हमें बड़े फैसले लेने के लिए प्रेरित करता है। पहले लोग फैसला करने से कतराते थे।’’ परोक्ष रूप से कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि ‘‘विभाजनकारी राजनीति’’ अब राज्य में इतिहास हो चुकी है। वर्ष 1960 में महाराष्ट्र के गठन के बाद से ज्यादातर समय कांग्रेस ने शासन किया।
मोदी ने कहा, ‘‘आज की तरह पहले ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया गया... आगामी वर्षों में गांवों में बुनियादी संरचना के विकास पर 25 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें बनायी जा रही है और किसानों के अनाज को रखने के लिए गोदाम बनाए जाएंगे। छोटे किसानों के लिए पेंशन योजना के साकार होने का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा उनकी सरकार किसानों को सीधे लाभ मुहैया कराने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।