प्रधानमंत्री ने कोविड-19 टीकाकरण पर झूठ और अफवाह को सही सूचना के जरिए शिकस्त देने की अपील की
By भाषा | Updated: January 24, 2021 22:32 IST2021-01-24T22:32:22+5:302021-01-24T22:32:22+5:30

प्रधानमंत्री ने कोविड-19 टीकाकरण पर झूठ और अफवाह को सही सूचना के जरिए शिकस्त देने की अपील की
नयी दिल्ली, 24 जनवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने कोविड-19 का टीका विकसित कर अपना कर्तव्य निभाया और ‘‘अब हमें’’ टीकाकरण के बारे में झूठ तथा अफवाह फैलाने वाले हर नेटवर्क को सही सूचना के जरिए परास्त कर अपना कर्तव्य पूरा करना है।
गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने जा रहे आदिवासी अतिथियों, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) सदस्यों, नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) स्वयंसेवियों और परेड की झांकी के कलाकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के युवा संगठनों ने हमेशा ही चुनौतीपूर्ण समय से निपटने में अपनी भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड के समय में भी, आपके द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है। जब सरकार और प्रशासन को आपकी जरूरत होती है, तब आप स्वयंसेवी के रूप में आगे आते हैं और सहायता करते हैं। ’’
मोदी ने कहा, ‘‘चाहे यह आरोग्य सेतु ऐप या फिर कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के बारे में जागरूकता फैलाना हो, आपके द्वारा किया गया कार्य सराहनीय रहा है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं को लोगों को सही सूचना मुहैया कर कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम में सहायता करने के लिए अब आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘आपको इसे अब अगले मुकाम तक ले जाना है। आपकी पहुंच समाज के सभी हिस्सों में है। कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के साथ देश की सहायता करने के लिए आगे आने का मैं आपसे अनुरोध करता हूं। आपको टीकों के बारे में गरीबों और आम आदमी को सही सूचना मुहैया करानी होगी। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस का टीका विकसित कर अपना कर्तव्य निभाया और अब हमें अपना कर्तव्य पूरा करना है। झूठ और अफवाह फैला रहे हर नेटवर्क को हमें सही सूचना के जरिए परास्त करना होगा।’’
उन्होंने यह भी कहा कि भारत महज कुछ लोगों के ऐसा कहने भर से आत्मनिर्भर नहीं बन जाएगा, बल्कि इसे युवाओं के कार्यो द्वारा हासिल करना होगा, जिसके लिए उन्हें आवश्यक कौशल से लैस होना पड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘आप यह कार्य तभी बेहतर तरीके से कर पाएंगे जब आपके पास आवश्यक कौशल होगा। ’’
मोदी ने कहा कि इसके महत्व को समझते हुए कौशल विकास मंत्रालय बनाया गया और अब तक 5.5 करोड़ से अधिक युवाओं ने विभिन्न कौशल का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
उन्होंने कहा कि कौशल विकास प्रशिक्षण का उद्देश्य भारत के युवाओं को उनके कौशल के आधार पर रोजगार के नये अवसर दिलाना है।
उन्होंने कहा कि कौशल विकास पर यह जोर नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी दिखता है, जहां ज्ञान के उपयोग पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि विषयों के चयन में छूट नीति का एक मुख्य पहलू है।
यह नीति व्यावसायिक शिक्षा को मुख्य धारा में लाने की पहली गंभीर कोशिश है।
उन्होंने कहा कि भारत का मतलब है, ‘‘कई राज्य-एक राष्ट्र, कई समुदाय-एक भावना, कई पथ-एक लक्ष्य, कई रीति रिवाज-एक मूल्य, कई भाषाएं-एक अभिव्यक्ति और कई रंग-एक तिरंगा है।’’
मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों से आए युवा अतिथियों से एक दूसरे के रीति रिवाजों, खानपान, भाषा और कला के बारे में जागरूकता पैदा करने की अपील की।
उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ पर एक बार फिर से जोर देते हुए कहा कि यह एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना से और मजबूत होगा।
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस परेड भारत की महान सामाजिक-सांस्कृतिक धरोहर और संविधान को नमन है जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की जान है।
उन्होंने कार्यक्रम के बाद ट्वीट किया , ‘‘आज बहुत विशेष लोग 7, लोक कल्याण मार्ग आए।
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