जानिए कौन हैं पीएम मोदी के नए नियुक्त किए गए प्रधान सचिव पीके मिश्रा और प्रमुख सलाहकार पीके सिन्हा
By रामदीप मिश्रा | Published: September 11, 2019 01:55 PM2019-09-11T13:55:45+5:302019-09-11T14:21:41+5:30
पीके मिश्रा भी नृपेंद्र मिश्रा की तरह प्रधानमंत्री के विश्वासी और करीबी हैं। यही कारण है उन्होंने पीके मिश्रा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा बनाए गए हैं और उन्होंने बुधवार को अपना पद संभाल लिया है, जबकि पूर्व कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा को प्रधानमंत्री का प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया। बता दें कि पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा के पदमुक्त हो जाने के बाद पीके मिश्रा को नई जिम्मेदारी सौंपी गई।
प्रमोद कुमार प्रधान सचिव
प्रमोद कुमार मिश्रा (पीके मिश्रा) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नया प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है। बुधवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया कि उन्होंने बुधवार को अपना नया कार्यभार संभाल लिया है। मिश्रा प्रधानमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव थे और कैबिनेट मंत्री के रैंक का पद संभाल रहे थे। हाल ही में, नृपेंद्र मिश्रा ने प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था। मोदी ने उनसे दो हफ्ते तक पद पर बने रहने के लिए कहा था।
पी के सिन्हा प्रमुख सलाहकार
पूर्व कैबिनेट सचिव पी के सिन्हा को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रमुख सलाहकार नियुक्त किया गया है। बुधवार के एक सरकारी आदेश में यह जानकारी दी गई। सिन्हा को पिछले माह प्रधानमंत्री कार्यालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) नियुक्त किया गया था। आदेश के अनुसार कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी)ने वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय में ओएसडी के पद पर सेवाएं दे रहे पी के सिन्हा की प्रधानमंत्री के प्रमुख सलाहकार के पद पर नियुक्ति को मंजूरी दी। यह नियुक्ति 11 सितंबर 2019 से प्रभावी है।
PK Sinha appointed as the Principal Advisor to the Prime Minister. https://t.co/jKrng86y4p
— ANI (@ANI) September 11, 2019
बताया जा रहा है कि पीके मिश्रा भी नृपेंद्र मिश्रा की तरह प्रधानमंत्री के विश्वासी और करीबी हैं। यही कारण है उन्होंने पीके मिश्रा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मिश्रा पीएम मोदी के साथ पहले भी काम कर चुके हैं जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उन्हें एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर गिना जाता है।
गौरकलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा ने पांच वर्षों से अधिक समय तक मोदी के करीबी सहायक के तौर पर काम करने के बाद अपने दायित्वों से स्वयं को मुक्त किए जाने की इच्छा जताई थी, जिसके बाद उन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया था। पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश कैडर के 1967 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी नृपेंद्र मिश्रा को उत्कृष्ट अधिकारियों में से एक बताया था।
नृपेंद्र मिश्रा को 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार के सत्ता में लौटने के बाद फिर से प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया था। उन्हें कैबिनेट मंत्री की रैंक हासिल थी। सरकार में विभिन्न पदों में काम करने वाले मिश्रा 2009 में भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अध्यक्ष बने थे।