Petrol and diesel price: पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के फायदे-नुकसान

By भरत झुनझुनवाला | Published: October 1, 2021 12:20 PM2021-10-01T12:20:37+5:302021-10-01T12:22:29+5:30

पेट्रोल के दाम में वृद्धि का एक लाभ यह है कि हमारी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होती है.

Petrol and diesel price: Pros and cons of petrol price hike | Petrol and diesel price: पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के फायदे-नुकसान

फोटो-सोशल मीडिया

Highlightsपेट्रोल के दाम में वृद्धि का एक लाभ यह है कि आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होती हैमूल्य आज 76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गए हैंतेल के ऊंचे दाम का एक विशेष प्रभाव यह है कि महंगाई में वृद्धि होती है.

वर्ष 2015 में विश्व बाजार में तेल के दाम उछल रहे थे और 111 अमेरिकी डालर प्रति बैरल के स्तर पर थे. इसके बाद 2020 में कोविड संकट के दौरान इनमें भारी गिरावट आई और दाम केवल 23 डालर प्रति बैरल रह गए. 

वर्तमान में पुन: इसमें कुछ वृद्धि हुई है और ये मूल्य आज 76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गए हैं. इसी अवधि में देश के घरेलू बाजार में पेट्रोल के दाम की चाल बिल्कुल अलग रही है. 2015 में घरेलू बाजार में पेट्रोल के दाम 70 रुपए प्रति लीटर थे. 

जब 2020 में विश्व बाजार में तेल के दाम घटकर 23 डालर प्रति बैरल हो गए थे, उस समय हमारे बाजार में तेल के दाम घटे नहीं बल्कि 70 रुपए प्रति लीटर के लगभग हीबने रहे. कारण यह कि जैसे-जैसे विश्व बाजार में तेल के दाम में गिरावट आई, उसी के समानांतर हमारी केंद्र सरकार ने तेल पर वसूल की जाने वाली एक्साइज ड्यूटी एवं राज्य सरकारों ने तेल पर वसूल की जाने वाली सेल टैक्स में वृद्धि की.

तेल के ऊंचे दाम का एक विशेष प्रभाव यह है कि महंगाई में वृद्धि होती है. पेट्रोल के साथ डीजल के दाम बढ़ते हैं जिससे माल की ढुलाई महंगी हो जाती है और बाजार में प्रत्येक माल महंगा हो जाता है. पेट्रोल के दाम में वृद्धि का दूसरा संभावित प्रभाव मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों पर पड़ सकता है.

पेट्रोल के दाम में वृद्धि का एक लाभ यह है कि हमारी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होती है. हम अपनी खपत का 85 प्रतिशत पेट्रोल आयात करते हैं जिससे कि हमारी अर्थव्यवस्था आयातों पर निर्भर हो जाती है. किसी भी वैश्विक संकट के समय हम दबाव में आ सकते हैं. 

जब घरेलू बाजार में पेट्रोल के दाम बढ़ते हैं तो लोग ऊर्जा के वैकल्पिक साधनों का उपयोग ज्यादा करते हैं जैसे बस से यात्रा ज्यादा करना चाहेंगे जिसमें र्इंधन की खपत कम होती है, अथवा बिजली की कार अथवा मेट्रो का उपयोग करेंगे. इसलिए तेल के दाम बढ़ने से देश में पेट्रोल की खपत कम होगी, हमारी आयातों पर निर्भरता कम होगी और हमारी आर्थिक संप्रभुता की रक्षा होगी. 

तेल के ऊंचे दाम का दूसरा लाभप्रद प्रभाव पर्यावरण का है. तेल के जलने से कार्बन डाइऑक्साइड का भारी मात्रा में उत्सर्जन होता है फलस्वरूप धरती का तापमान बढ़ रहा है. प्राकृतिक प्रकोप बढ़ रहे हैं. इसलिए तेल के ऊंचे मूल्य मूल रूप से देश के लिए लाभप्रद हैं. 
 

Web Title: Petrol and diesel price: Pros and cons of petrol price hike

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