आतंक रूपी विषवमन से दूर रहें कश्मीर के लोग, विकास एवं तरक्की के सपने को धराशायी नहीं होने दें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 15, 2019 18:29 IST2019-10-15T18:29:48+5:302019-10-15T18:29:48+5:30
‘‘कृपया, सीमापार से हो रहे विषवमन से जम्मू कश्मीर के विकास एवं तरक्की के सपने को धराशायी नहीं होने दें। कृपया, अपने आपको आतंकवाद के कैंसरकारी रोग की गिरफ्त में फंसने नहीं दें जिसे सीमा पार से जिहाद की आड़ में पेश किया जा रहा है।’’

जम्मू कश्मीर के लोगों को विकास एवं समृद्धि के लिए संविधान के दायरे में हरसंभव तरीके से मदद करेगी।
ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीं काउंसिल (एआईएसएससी) ने कश्मीर के लोगों से आतंकवाद के गिरफ्त में नहीं आने की अपील की जिसे पाकिस्तान जिहाद के तौर पर पेश कर रहा है।
एआईएसएससी का 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जमीनी स्थिति के आकलन के लिए तीन दिन की यात्रा पर कश्मीर आया था। एआईएसएससी के अध्यक्ष सैयन नसरूद्दीन चिश्ती ने यात्रा के समापन के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘कृपया, सीमापार से हो रहे विषवमन से जम्मू कश्मीर के विकास एवं तरक्की के सपने को धराशायी नहीं होने दें। कृपया, अपने आपको आतंकवाद के कैंसरकारी रोग की गिरफ्त में फंसने नहीं दें जिसे सीमा पार से जिहाद की आड़ में पेश किया जा रहा है।’’
अजमेर दरगाह के सज्जादानशीं के उत्तराधिकारी चिश्ती ने कहा, ‘‘ सीमापार से दुष्प्रचार से एक तरफ विकास एवं तरक्की व दूसरी तरफ अमानवीयता एवं दुखदर्द के बीच युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है..... चुनाव आपका है। आपने जहां पहुंचने का सपना देखा है, उससे भी अधिक ऊंचाई तक आपको ले जाने के लिए हम यहां आए हैं।’’
उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र और उसके बाशिंदों के विकास एवं तरक्की को व अपनी मातृभूमि के राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखकर सभी शिकायतें संवाद और एक दूसरे के प्रति सम्मान के माध्यम से सुलझायी जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि काउंसिल जम्मू कश्मीर के लोगों को विकास एवं समृद्धि के लिए संविधान के दायरे में हरसंभव तरीके से मदद करेगी।