पेगासस स्पाईवेयर को लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस ने भी खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा, 22 जुलाई को राजभवन मार्च
By एस पी सिन्हा | Published: July 21, 2021 07:53 PM2021-07-21T19:53:10+5:302021-07-21T19:54:19+5:30
बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि 2017 में प्रधानमंत्री मोदी इजरायल गए थे और अब इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए जासूसी हो रही है.
पटनाः पेगासस जासूसी कांड को लेकर अब बिहार प्रदेश कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार को घेरा है.
बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि 2017 में प्रधानमंत्री मोदी इजरायल गए थे और अब इजराइली सॉफ्टवेयर पेगासस के जरिए जासूसी हो रही है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की सरकार देश के कई संस्थानों की जासूसी करवा रही है. कांग्रेस पार्टी जासूसी कराने का घोर विरोध करती है.
मदन मोहन झा ने कहा कि आगामी 22 जुलाई को कांग्रेस पार्टी को देश में जासूसी प्रकरण के खिलाफ राजभवन मार्च निकालेंगे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इस सॉफ्टवेयर का उपयोग कई राज्यों के सरकार गिराने में उपयोग किया है. भाजपा सरकार देश की विपक्षी पार्टियों पर इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ब्लैकमेल करने का काम कर रही है.
उन्होंने कहा की पेगासस सॉफ्टवेयर के माध्यम से देश के प्रमुख लोग, विपक्षी, पत्रकार, अधिकारियों की जासूसी नागरिक अधिकारों का हनन है. केंद्र सरकार जवाब दे की इस सॉफ्टवेयर को कब और कितने में खरीदा गया है? वहीँ प्रधानमंत्री इसका जवाब दें की विदेशी सॉफ्टवेयर से देश के प्रमुख लोगों की जासूसी गलत है या नहीं?
देश में जासूसी प्रकरण के कारण देश के गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस सॉफ्टवेयर के खिलाफ बयान दे रहे हैं. हो सकता है की नीतीश कुमार की भी निजता से जुडी हुई बात केंद्र सरकार के द्वारा रिकॉर्ड की गई हो. जिस कारण नीतीश कुमार को भाजपा से मिलने पर मजबूर होना पडा हो. जबकि नीतीश कुमार और भाजपा के पहले अच्छे रिश्ते नहीं थे.