बिहारः सेक्स रैकेट मामले में यूपी के नेताओं से भी जुड़े हो सकते हैं तार, पुलिस लाली को तलाशने में जुटी
By एस पी सिन्हा | Published: July 26, 2019 04:45 PM2019-07-26T16:45:07+5:302019-07-26T16:45:07+5:30
पटना सेक्स रैकेट मामलाः पुलिस ने बिहार के विधायक के नाम की अभी तक पुष्टि नहीं की है, लेकिन नाबालिग के बयान के आधार पर इसमें अभी कई खुलासे होने बाकी हैं. इनमें एक जानकारी जो अहम है, वह नाबालिग लड़की को लखनऊ ले जाने की है.
बिहार के भोजपुर जिले में सेक्स रैकेट में कोर्ट में दिए गए बयान के आधार पर कई तथ्यों को पुलिस खंगाल रही है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, नाबालिग ने कोर्ट में जो बयान दिया है उसके अनुसार लाली और अनिता उसे लखनऊ लेकर भी गई थी, जहां उसके साथ गलत काम किया गया था. अब सवाल यह उठने लगा है कि एक विधायक का नाम इस मामले में सामने आने के बाद क्या यूपी के राजनेताओं से भी इसके तार जुड़ते हैं?
हालांकि, पुलिस ने बिहार के विधायक के नाम की अभी तक पुष्टि नहीं की है, लेकिन नाबालिग के बयान के आधार पर इसमें अभी कई खुलासे होने बाकी हैं. इनमें एक जानकारी जो अहम है, वह नाबालिग लड़की को लखनऊ ले जाने की है. बहरहाल, इस रैकेट से जुड़ी अनिता तो पुलिस की गिरफ्त में आ चुकी है, लेकिन वह लाली को ढूंढने में लगी हुई है. इतना ही नहीं इस धंधे में लिप्त अन्य लोगों की तालाश भी जारी है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लाली वही है जिसका नाबालिग बच्ची ने नाम लिया है और उसके बारे में अपना बयान दर्ज करवाया है. दरअसल, बच्ची ने बताया है कि एक माह पहले नगर थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले के रहने वाली लाली नाम की लड़की ने नाबालिग बच्ची को पटना अनिता देवी के पास पहुंचाया था.
यहां बता दें कि सेक्स रैकेट में फंसाई गई भोजपुर की नाबालिग बच्ची पटना से भागकर अपने घर पहुंची थी. इसके बाद परिजनों ने नगर थाने में मामला दर्ज कराया. नाबालिग बच्ची के भाई के आवेदन में अनिता देवी और पटना के संजीत को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
उल्लेखनीय है कि पटना से किसी तरह भागी नाबालिग लड़की ने पुलिस को सारी बात बताई है. इसके बाद एसपी सुशील कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पटना पुलिस के सहयोग से पटना में छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद कोर्ट में पीड़ित बच्ची, पकड़ी गई संचालिका और अनुसंधानकर्ता का 164 का बयान सोमवार को दर्ज कराया गया. कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने तीनों का बयान कलमबंद किया गया है.